शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 30 पैसे चढ़कर 79.39 पर आ गया. इसके साथ ही रुपया 11 जुलाई के बाद से अपने लगभग तीन हफ्तों की ऊंचाई पर पहुंच गया. कमजोर डॉलर के चलते रुपये को समर्थन मिला. इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज पर रुपया उछाल के साथ 79.55 प्रति डॉलर पर खुला. इसके बाद इसमें और उछाल आई और पिछली क्लोजिंग के मुकाबले यह 30 पैसे की बढ़त के साथ 79.39 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया. गुरुवार को रुपया अमेरिकी करेंसी के मुकाबले 79.69 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 106.03 पर आ गया. वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.11 प्रतिशत कम होकर 107.02 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 1,637.69 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.
रेलिगेयर ब्रोकिंग की जिंस और मुद्रा शोध विभाग की उपाध्यक्ष सुगंधा सचदेवा के अनुसार, भारतीय रुपया लगभग 0.30 प्रतिशत की बढ़त हासिल करने में कामयाब रहा है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख में नरमी आने के बाद डॉलर में कमजोरी देखने को मिली जिससे रुपये को समर्थन मिला.
इधर, एक्सिस बैंक के चीफ इकॉनमिस्ट सौगत भट्टाचार्य ने गुरुवार को बताया कि रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी अगले हफ्ते रेपो रेट में 0.35-0.50 फीसद तक की बढ़ोतरी कर सकती है. यूएस फेडरल रिजर्व बैंक ने पिछले दिनों लगातार तीसरी बार बेंचमार्क रेट में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की है.