कोरोना वायरस ने एक बार फिर चीन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. इसकी वजह से अलग-अलग तरह की समस्याएं सरकार के सामने आ रही हैं. पिछले महीने पहले सरकार को जीरो कोविड पॉलिसी की वजह से लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. इसके बाद कई बड़ी कंपनियों ने चीन में अपना कारोबार समेटने का फैसला किया. वहीं अब खबर है कि पूरे चीन में मेडिकल सप्लाई ठप पड़ गई है. मेडिकल स्टोर पर काफी लंबी-लंबी लाइन लग रही है. कम ही लोगों का नंबर आ पा रहा है. दवाइयों और अन्य मेडिकल सामान के लिए लोग भटकने को मजबूर हैं. शॉर्टेज की वजह से मौजूद दवाइयों और सामान की कीमत बढ़ गई है.
इन वजहों से बिगड़ी स्थिति
अचानक दवाइयों की कमी के पीछे दो वजहें प्रमुख हैं. पहला ये कि चीन में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. केस बढ़ने की वजह से जो बीमार हैं उनके लिए जमकर दवाइयों की खरीदारी हो रही है. ऐसे में सामान की कमी हो रही है. वहीं दूसरी वजह लॉकडाउन में मिली छूट है. पहले लोग घरों में बंद थे तो खरीदारी भी कर रहे थे, लेकिन जैसे ही लॉकडाउन में छूट दी गई तो भीड़ बाहर निकलने लगी और दवाइयों की खरीदारी कर रही है. अचानक मांग बढ़ने से भी अफरातफरी मची हुई है. इसके अलावा चीन में जब जीरो कोविड पॉलिसी लागू थी तब ट्रांसपोर्टर एक शहर से दूसरे शहर जाने में जूझ रहे थे. उन्हें खास परमीशन की जरूरत पड़ती थी. इस वजह से भी दवाइयों की सप्लाई सही से नहीं हो पाई और अब स्टॉक खत्म होने पर दिक्कत हो रही है.
सरकार का दावा- जल्द दूर होगी दिक्कत
दवाई की किल्लत सबसे ज्यादा बीजिंग में ही है. हालांकि चीन सरकार का कहना है कि जल्द ही इस समस्या को दूर किया जाएगा. बता दें कि चीन में शुक्रवार को कोरोना के 13,585 नए वहीं अफसरों का कहना है कि अब कई प्रतिबंधों में छूट दी गई है, इससे दवाई की किल्लत खत्म होगी. चीन के परिवहन मंत्रालय ने एक नोटिस में कहा कि मेडिकल स्प्लाई की सुचारू डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जानी जाएगी.