चीन (China) के बाद पाकिस्तान के दूसरे पक्के दोस्त तुर्की (Turkey) ने एक बार फिर भारत विरोधी चेहरा दिखाया है. हालांकि तुर्की के इस फैसले से भारत जैसी उभरती महाशक्ति को कुछ खास फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन युद्ध जैसी स्थिति बनने पर पाकिस्तान इसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ कर सकता है.
दरअसल यूक्रेन से लेकर आर्मीनिया तक तबाही मचा रहे मेड इन तुर्की बायरकतार ड्रोन (Bayraktar Tb2 Drones) बनाने वाली कंपनी के CEO बायरकतार ने ऐलान किया है कि वो दक्षिण एशिया में पाकिस्तान जैसे मित्र देशों को इस किलर ड्रोन की सप्लाई करेंगे.
दुनिया में इस ड्रोन की भारी डिमांड
आपको बताते चलें कि हालुक बायरकतार तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान के दामाद हैं. जो इस देश में ड्रोन क्रांति के 'जनक' माने जाते हैं. इस किलर ड्रोन की दुनिया में इतनी डिमांड है कि इसकी 3 साल की वेटिंग हो गई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक एक जापानी मीडिया हाउस से बातचीत में हालुक बायरकतार ने कहा, 'TB2 जैसे ड्रोन विमान जमीनी युद्ध के साथ नौसैनिक युद्ध में बहुत कारगर हैं. हथियारों से लैस ड्रोन विमान भविष्य में होने वाली हर जंग में बहुत अहम भूमिका निभाएंगे.'
ताइवान में हो सकता है इस्तेमाल
अपने इंटरव्यू में ड्रोन कंपनी के सीईओ ने ये भी कहा, 'भविष्य में ताइवान स्ट्रेट में चीन और ताइवान के बीच संभावित जंग में भी हमारे किलर ड्रोन का इस्तेमाल हो सकता है. अब ये सवाल ही नहीं उठता है कि भविष्य का कोई भी युद्ध बिना ड्रोन विमान के हो. जो देश UAV तकनीक में महारथ हासिल नहीं करेगा, वह भविष्य में होने वाली जंग में हार जाएगा.'
भारत के खिलाफ जहर उगलता है तुर्की
हालुक ने दावा किया कि उनके हथियारबंद ड्रोन विमान चीन के लड़ाकू ड्रोन विमान से ज्यादा कारगर हैं. बायरकतार टीबी2 ड्रोन यूक्रेन की नौसेना में भी सफल साबित हुए हैं. सीईओ ने कहा कि अकिंसी टाइप के नए ड्रोन में एंटी शिप क्रूज मिसाइलों को भी लगाया जा रहा है.
यह पूछे जाने पर कि क्या आप भारत को भी ड्रोन विमान बेचेंगे, इस सवाल के जवाब पर एर्दोगन के दामाद और ड्रोन कंपनी के सीईओ हालुक ने कहा, 'कंपनी का सिद्धांत है कि हम युद्ध या संघर्ष में शामिल दोनों ही पक्षों को हथियार नहीं बेचते हैं. हमने पहले ही 'दोस्ताना' संबंध वाले देशों जैसे पाकिस्तान, अजरबैजान, यूक्रेन को ये ड्रोन बेचे हैं.'