भारत और चीन के रिश्ते लंबे समय से सहज नहीं रहे हैं. 2020 में हुई गलवान घाटी की हिंसक झड़प की घटना ने दोनों देशों के बीच संबंधों को बेहद तनावपूर्ण बना दिया. लेकिन इसके बावजूद पीएम मोदी चीनी लोगों के बीच लोकप्रिय हैं. इतना ही नहीं चीनी नागिरक सोशल मीडिया में पीएम मोदी को 'लाओशियान' निकनेम से बुलाते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीनी पत्र म्यू चुनशान ने यह खुलासा किया है. चीनी पत्रकार के मुताबिक उनका एक सोशल मीडिया एकाउंट पर है जिस पर चीनी यूजर्स विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते रहते हैं. इससे उन्हें विदेशी मामलों में चीनी जनता की राय समझने में मदद मिलती है.
चीनी नागरिकों को भारत और पश्चिम के बेहतर संबंध नहीं पसंद
चीन यूजर्स की प्रतिक्रियाओं से यह भी पता चलता है कि चीनी लोग भारत के पश्चिम के साथ बेहतर होते रिश्तों को देख जलते हैं. वे पसंद नहीं करते कि भारत और अमेरिका करीब आए.
चीनी सोशल मीडिया यूजर्स का मानना है कि भारत और रूस के बीच काफी अच्छे संबंध हैं. यूजर्स का यह भी कहना है कि अमेरका यूक्रेन युद्ध को लेकर चीन और भारत के लिए दोहरे मापदंड लागू करता है.
भारत के बारे में और जानना चाहते हैं चीनी नागरिक
चीनी पत्रकार का कहना है कि चीन के नागिरक कुल मिलाकर भारत से अनजान हैं लेकिन उनमें भारत के बारे में जानने की बड़ी इच्छा है. विशेष तौर पर चीनी नागिरक भारत की जाति व्यवस्था और हेल्थ केयर सिस्टम के बारे में जानने को बहुत उत्सुक है.
पीएम मोदी को दिया निकनेम
चीनी सोशल मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाओशियान निकनेम दिया है. लाओशियान शब्द का इस्तेमाल ऐसे व्यक्ति के लिए होता है जो अमर हो और जिसके पास स्पेशल पावर हो.