पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में पाकिस्तानी तालिबान आतंकवादियों ने आतंकवाद रोधी एक केंद्र पर कब्जा कर लिया और कुछ लोगों को बंधक बना लिया. इस दौरान गोलीबारी में कम से कम दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई.
अधिकारियों ने सोमवार को सेना के विशेष बलों को अलर्ट पर रखा और आतंकवादियों के साथ बातचीत शुरू की. आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) ने कुछ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था तथा उनसे पुलिस थाने में पूछताछ की जा रही थी. तभी, इनमें से एक आतंकवादी ने रविवार को पुलिसकर्मी से एके-47 छीन ली और गोलियां चलानी शुरू कर दी.
आतंकियों ने परिसर को कब्जे में लिया
उक्त आतंकवादी ने इमारत में रखे गए अन्य आतंकवादियों को मुक्त कराया और उन्होंने परिसर को अपने कब्जे में ले लिया. उन्होंने कई पुलिसकर्मियों को भी बंधक बना लिया. सैन्य कार्रवाई शुरू की गई, लेकिन घटना के 21 घंटे बाद भी स्थिति तनावर्ण है. सूत्रों ने बताया कि गोलीबारी में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी और कुछ अन्य घायल हो गए.
प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री अकरम खान दुर्रानी और मौजूदा प्रांतीय मंत्री मलिक शाह मोहम्मद आतंकवादियों से बातचीत शुरू करने के लिए बन्नू गए हैं. दुर्रानी और मुहम्मद दोनों बन्नू से ताल्लुक रखते हैं.
आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों के साथ बातचीत के लिए एक स्थानीय धार्मिक व्यक्ति मौलाना अहमद उल्लाह को बुलाने की मांग की है. उन्होंने वार्ता प्रक्रिया में समन्वय के लिए एक बंधक को अपने वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों से मोबाइल फोन पर बात करने की अनुमति भी दी.
आतंवादियों ने रखी है यह मांग
वार्ता विफल होने की स्थिति में बचाव अभियान के लिए विशेष सेवा समूह के सैनिकों को अलर्ट पर रखा गया है. आतंकवादियों ने बंधकों को छोड़ने के बदले में सुरक्षा बलों से उन्हें सुरक्षित अफगानिस्तान पहुंचाने के लिए एक हेलीकॉप्टर की व्यवस्था करने की मांग की है.
खबर के मुताबिक, बन्नू के जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ) मोहम्मद इकबाल ने कहा कि बाहर से कोई हमला नहीं किया गया और पूछताछ के दौरान एक आतंकवादी ने पुलिस से राइफल छीन ली और इमारत में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां चलायी. उन्होंने कहा, ‘आतंकवादियों ने इमारत पर कब्जा कर लिया है और हमने पूरे बन्नू छावनी इलाके को घेर लिया है.’ बन्नू छावनी में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई है.
टीटीपी ने दी सरकार को चेतावनी
प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने एक बयान में कहा कि बन्नू सीटीडी कर्मियों को बंधक बनाने वाले लोगों में उसके कई सदस्य शामिल है. उसने सरकार को चेतावनी दी कि कैदियों को दक्षिण या उत्तर वजीरिस्तान में ले जाया जाए, जहां टीटीपी के ठिकाने हैं वरना हर नुकसान के लिए सेना जिम्मेदार होगी.
इससे पहले, सीटीडी परिसर से टीटीपी के आतंकवादियों ने एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि नौ पुलिसकर्मी उनके कब्जे में हैं. वर्ष 2007 में कई आतंकवादी संगठनों के अग्रणी समूह के रूप में स्थापित टीटीपी ने पिछले महीने जून में संघीय सरकार के साथ हुए संघर्ष विराम समझौते को रद्द कर दिया और अपने आतंकियों को देश भर में आतंकवादी हमले करने का आदेश दिया.