क्या रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) में अब ईरान की भी एंट्री हो गई है. अमेरिका ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर ऐसी सनसनीखेज बात कही है, जिस पर दुनियाभर में चिंता पसर गई है. अमेरिका ने दावा किया है कि यूक्रेन के खिलाफ जंग के लिए ईरानी सैनिक रूस में पहुंच गए हैं. वे क्रीमिया में मौजूद रहकर यूक्रेन की ढांचागत सुविधाओं पर ड्रोन अटैक कर रहे हैं. अमेरिका के इस दावे पर रूस और ईरान ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन इस खुलासे के बाद से इस जंग के विश्व युद्ध में तब्दील होने की आशंका तेज हो गई है.
क्रीमिया में पहुंचे हुए हैं ईरानी सैनिक
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि ईरानी सैनिक क्रीमिया में मौजूद हैं. वे युद्ध के मैदान में सीधे रूप से सक्रिय हैं और यूक्रेन के नागरिकों व बुनियादी ढांचे पर ड्रोन हमले (Iranian Drones) करने में रूस (Russia) की मदद कर रहे हैं.
ड्रोन हमलों में रूस की कर रहे मदद
जॉन किर्बी ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि ईरान ने अपेक्षाकृत कम संख्या में सैनिक क्रीमिया भेजे हैं. वे क्रीमिया में मौजूद रहकर यूक्रेन पर शाहीद ड्रोन से हमला (Iranian Drones) करने में रूस (Russia) की सहायता कर रहे हैं. किर्बी ने कहा, 'हमारे पास जानकारी है कि ईरानियों ने क्रीमिया में अपने प्रशिक्षकों और तकनीकी सहायकों को भेजा है, लेकिन यूक्रेन में ड्रोन हमलों को रूसी ही अंजाम दे रहे हैं.'
रूस ने ईरान से खरीदे हैं ड्रोन?
अमेरिका ने पहली बार इन गर्मियों में खुलासा किया था कि यूक्रेन पर हमले के लिए रूसी सेना ईरान से ड्रोन (Iranian Drones) खरीद रही है. हालांकि ईरान ने रूस (Russia) को हथियार बेचने की खबरों को खारिज किया था. वहीं रूस ने भी चुप्पी साध ली थी. अब अमेरिका ने यूक्रेन युद्ध में ईरान की मिलीभगत के अपने दावे को फिर दोहराया है. हालांकि इस बार भी रूस और ईरान दोनों ही इस मसले पर चुप हैं. बताते चलें कि क्रीमिया यूक्रेन का वह हिस्सा है, जिस पर रूस (Russia) ने 2014 में बल प्रयोग के जरिए कब्जा जमा लिया था.