Breaking News
युवती ने शादी के वक्त पति से छुपाई ऐसी बात, पता चलते ही पैरों तले खिसकी जमीन, परिवार सदमे में Best Recharge Plans : Jio ने 84 दिन वाले प्लान से BSNL और Airtel के होश उड़ा दिए, करोड़ों यूजर्स की हो गई मौज Cooking Oil Price Reduce : मूंगफली तेल हुआ सस्ता, सोया तेल की कीमतों मे आई 20-25 रुपये तक की भारी गिरावट PM Kisan Yojana : सरकार किसानों के खाते में भेज रही 15 लाख रुपये, फटाफट आप भी उठाएं लाभ Youtube से पैसे कमाने हुए मुश्किल : Youtuber बनने की सोच रहे हैं तो अभी जान लें ये काम की बात वरना बाद में पड़ सकता है पछताना
Monday, 02 December 2024

World

कोरोना का सबसे खतरनाक वेरिएंट अमेरिका में तबाही मचाने के बाद इस देश में मिला

10 January 2023 12:27 AM Mega Daily News
वेरिएंट,कोरोना,मरीजों,खतरनाक,स्ट्रेन,हालांकि,संख्या,मुताबिक,अमेरिका,अफ्रीका,xbb15,फैलने,स्टेलनबॉश,यूनिवर्सिटी,जानकारी,,dangerous,variant,corona,found,country,wreaking,havoc,america

साउथ अफ्रीका में कोविड-19 का सबसे खतरनाक वेरिएंट मिला है. कोरोना के इस वैरिएंट का नाम XBB.1.5 'क्रैकेन वैरिएंट' है. यह तेजी से फैलने वाला वेरिएंट हैं. इस वेरिएंट के पहले मामले की पुष्टि के बाद से स्टेलनबॉश यूनिवर्सिटी के रिसचर्स कोरोना के संदिग्ध मरीजों के जिनोम सिक्वेंसिंग में जुट गए हैं. स्टेलनबॉश यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर एपिडेमिक रिस्पांस एंड इनोवेशन के डायरेक्टर के पद पर काम करने वाले तुलियो डी ओलिवेरा के मुताबिक, कोविड का ये स्ट्रेन काफी खतरनाक और तेजी से फैलने वाला है. 

हालांकि, साउथ अफ्रीका में इसका सिर्फ एक ही मरीज मिला है और इससे कोरोना के मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है. जानकारी के मुताबिक कोरोना का ये स्ट्रेन जापान और अमेरिका में भी कहर बरपा चुका है. अमेरिका में कोरोना के इस वेरिएंट की वजह से मरीजों की संख्या अचानक दोगुनी हो गई थी.

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भी कोरोना के XBB.1.5 वेरिएंट को सबसे खतरनाक और तेज संक्रमण वाला सब वेरिएंट बताया है. जानकारी के मुताबिक ये स्ट्रेन कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट का एक सब वेरिएंट है. इसे 'क्रैकेन' के नाम से पुकारा जा रहा है. 

समस्या ये है कि इसके लक्षणों और बाकी के वेरिएंट के लक्षणों में फर्क कर पाना बहुत मुश्किल है क्योंकि इसके अंतर की कोई रिपोर्ट मौजूद नहीं है. हालांकि, इससे कोरोना के प्रोटोकॉल को फॉलो करके, वैक्सीन से विकसित होने वाली प्रतिरक्षा प्रणाली से या पहले से मौजूद कोरोना के एंटीबॉडी से बचा जा सकता है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरना का ये वेरिएंट दुनियाभर के 29 देशों तक पहुंच चुका है. अमेरिका में ये वेरिएंट तबाही का सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है. वहां इस वेरिएंट के मरीजों की संख्या कुल मामलों में 41 परसेंट हैं. हालांकि, चीन की सरकार ने स्पष्ट किया है कि ये वेरिएंट उनके यहां नहीं पहुंचा है, इससे कोई खतरा नहीं है. इस वेरिएंट को ब्रिटेन में भी पाया गया है.

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News