किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान शुक्रवार को संघर्ष और तेज हो गया है। किर्गिस्तान ने आरोप लगाया है कि ताजिकिस्तान के सुरक्षाबलों की फायरिंग में उसके दो नागरिकों की मौत हो गई, जिसमें एक 15 साल की लड़की शामिल है। इसके अलावा 55 लोग घायल हुए हैं। उसका कहना है कि पड़ोसी देश सीमा पर सैनिकों और सैन्य साजोसामान का जमावड़ा बढ़ा रहा है। देर रात मिली जानकारी के अनुसार ताजिक फौजें किर्गिस्तान के एक गांव में घुस गई हैं। इससे पहले किर्गिस्तान के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से बताया गया था कि उज्बेकिस्तान में हुई बैठक में दोनों देशों ने अपनी सेनाओं को वापस बुलाने का निर्णय लिया है।
संघर्ष विराम स्थानीय समयानुसार, शुक्रवार चार बजे शाम से लागू हुआ था। संघर्ष विराम से पहले रूस के दो सहयोगी देशों के बीच हुए संघर्ष में तीन की मौत हुई थी और दर्जनों घायल हुए थे। दोनों देशों ने एक दूसरे पर विवादित क्षेत्र में एक दूसरे पर गोलाबारी करने का आरोप लगाया था। किर्गिस्तान ने आरोप लगाया था कि ताजिक बल टैंक और मोर्टार से किर्गिस बस्तियों व इससे सटे एक हवाई अड्डे पर भी हमला किया था। वहीं, ताजिकिस्तान ने आरोप लगाया था कि किर्गिस बलों ने उसकी अग्रिम चौकियों और गांवों पर भारी गोलाबारी की। उल्लेखनीय है कि दोनों देशों के बीच अक्सर झड़प होती रहती है।
आर्मेनिया व अजरबैजान के बीच संघर्ष में 200 से अधिक सैनिकों की मौत
आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच संघर्ष में इस सप्ताह अब तक दोनों ओर के 200 से अधिक सैनिक मारे जा चुके हैं। आर्मेनिया और अजरबैजान दोनों एक दूसरे पर उकसाने का आरोप लगा रहे हैं। इंटरफैक्स न्यूज एजेंसी के अनुसार, आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशिनयान ने संसद में बताया कि अब तक उसके 135 सैनिक मारे जा चुके हैं। वहीं, अजरबैजान का कहना है कि उसके 77 सैनिकों की मौत हुई है। दो दिन की लड़ाई के बाद रूस द्वारा बुधवार रात संघर्ष विराम कराया गया था, लेकिन शुक्रवार को आर्मेनिया ने कहा कि सीमा पर दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है। आर्मेनिया जहां रूस का सैन्य सहयोगी है, वहीं, अजरबैजान से भी उसके रिश्ते अच्छे हैं। दरअसल, नागोर्नो-कारबाख क्षेत्र को लेकर दोनों देशों के बीच एक दशक से अधिक समय से संघर्ष चल रहा है।