Breaking News
युवती ने शादी के वक्त पति से छुपाई ऐसी बात, पता चलते ही पैरों तले खिसकी जमीन, परिवार सदमे में Best Recharge Plans : Jio ने 84 दिन वाले प्लान से BSNL और Airtel के होश उड़ा दिए, करोड़ों यूजर्स की हो गई मौज Cooking Oil Price Reduce : मूंगफली तेल हुआ सस्ता, सोया तेल की कीमतों मे आई 20-25 रुपये तक की भारी गिरावट PM Kisan Yojana : सरकार किसानों के खाते में भेज रही 15 लाख रुपये, फटाफट आप भी उठाएं लाभ Youtube से पैसे कमाने हुए मुश्किल : Youtuber बनने की सोच रहे हैं तो अभी जान लें ये काम की बात वरना बाद में पड़ सकता है पछताना
Thursday, 24 October 2024

World

चीन और अमेरिका के तनावपूर्ण रिश्ते, अमेरिका के इस कदम से चीन को होगी मुसीबत

09 October 2022 03:43 PM Mega Daily News
अमेरिका,चिप्स,कंपनियों,अमेरिकी,प्रतिबंध,ताइवान,निर्यात,नियंत्रण,रिश्ते,रोकने,हितों,उपयोग,दुनिया,संकेत,दिनों,,strained,relations,china,america,move,trouble

चीन और अमेरिका के बीच रिश्ते दिनों दिन तनावपूर्ण होते जा रहे हैं. ताइवान पर चीनी रुख और उत्तरी कोरिया को समर्थन की वजह से दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ते जा रहे हैं. अब इनके बीच तनाव और बढ़ गया है. दरअसल, अमेरिका ने एक दिन पहले एडवांस और हाई परफॉर्में कंप्यूटिंग चिप्स पर व्यापक निर्यात नियंत्रण की घोषणा की, जिसके बाद अब चीन ने अमेरिका की कड़ी आलोचना की है.

क्या कहा चीन ने इस फैसले पर 

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, ‘अपने विज्ञान-तकनीक आधिपत्य को बनाए रखने की जरूरत से अलग, अमेरिका चीनी कंपनियों को दुर्भावनापूर्ण रूप से रोकने और दबाने के लिए निर्यात नियंत्रण उपायों का दुरुपयोग करता है. यह न केवल चीनी कंपनियों के वैध अधिकारों और हितों को नुकसान पहुंचाएगा, बल्कि अमेरिकी कंपनियों के हितों को भी प्रभावित करेगा.’

इस वजह से लिया गया यह फैसला

रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने शुक्रवार को अमेरिकी मशीनरी के उपयोग से दुनिया में कहीं भी उत्पादित इस खास चिप्स से चीन को काटने के लिए निर्यात नियंत्रण को कड़ा कर दिया है. इसे बीजिंग की वैज्ञानिक और सैन्य प्रगति को रोकने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.

ताइवान ने भी दिए इसे लागू करने के संकेत

एक बयान में, वाणिज्य विभाग के अधिकारी एलन एस्टेवेज ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य चीन की खुफिया और सुरक्षा सेवाओं को 'सैन्य अनुप्रयोगों के साथ संवेदनशील प्रौद्योगिकियों' को हासिल करने से रोकना है. वहीं, अमेरिका के इस प्रतिबंध के बाद पूरी दुनिया में सेमीकंडक्टर के केंद्र ताइवान ने भी नए अमेरिकी एक्सपोर्ट कंट्रोल को फॉलो करने का संकेत दिया है.

पहले भी अमेरिका लगा चुका है प्रतिबंध

बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका ने चीनी कंपनियों की चिप्स की आपूर्ति को बंद करने का कदम उठाया हो. 2020 में, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन ने भी इस तरह का प्रतिबंध लगाया था. उन्होंने तब चीनी कंपनी हुआवेई को अमेरिकी तकनीक का उपयोग करके बनाए गए चिप्स बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया था.

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News