रूसी सेना ने चेतावनी दी है कि मारियुपोल (Mariupol) में समर्पण करने से इनकार करने वाले यूक्रेनी सैनिकों को तबाह कर दिया जाएगा. रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन के लोगों को मारियुपोल के अजोवस्ताल स्टील मिल में रविवार को स्थानीय समायानुसार दोपहर 1 बजे तक समर्पण करने के लिए कहा है. सेना ने कहा कि जो लोग हथियार डालते हैं, उन्हें ‘अपनी जान बचाने की गारंटी’ दी जाएगी.
रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि यूक्रेनी सैन्य कमान ने अपने सैनिकों के समर्पण करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. उन्होंने कहा कि रूसी सेना को खुफिया संचार से यह सूचना मिली है. कोनाशेनकोव (Konashenkov) ने चेतावनी दी कि ‘जो लोग प्रतिरोध जारी रखेंगे, उन्हें तबाह कर दिया जाएगा.’
उन्होंने दावा किया कि यूक्रेनी सैनिकों के साथ अजोवस्ताल में भाड़े के लगभग 400 विदेशी सैनिक हैं, जिनमें से अधिकतर यूरोपीय देशों और कनाडा से हैं. कोनाशेनकोव के दावों की स्वतंत्र तौर पर पुष्टि नहीं हो पाई है.
इसके अलावा इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी (Mario Draghi) ने रूस के आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन के प्रतिरोध को ‘वीरतापूर्ण’ बताते हुए कहा कि उसने रूस के इरादों पर पानी फेर दिया है जो जल्द जीत की उम्मीद कर रहा था. द्रागी ने इटली के अखबार ‘कोरियरे डेला सेरा’ से कहा कि यूक्रेन में ‘हम प्रतिरोध देख रहे हैं’ और ऐसे कोई संकेत नहीं हैं कि यूक्रेन की जनता रूसी आक्रमण के सामने झुक जाएगी.
यूक्रेन में युद्ध शुरू होने से पहले और मार्च के अंत में भी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात कर चुके द्रागी ने कहा कि उनका मानना है ‘रूसी नेता से चर्चा करना समय की बर्बादी है.’ द्रागी ने कहा कि कीव में अपने दूतावास को फिर से खोलने के साथ, इटली यूक्रेन के लोगों से संपर्क में बना हुआ है. राजदूत शुक्रवार को यूक्रेन की राजधानी लौट गए और सोमवार को दूतावास के पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है.