की संपत्ति के दसियों अरबों डॉलर को फ्रीज कर दिया है. एक रूसी व्यवसायी ने बताया कि इन प्रतिबंधों के चलते उनकी कई सालों की कमाई एक दिन में बर्बाद हो गई. यो वही व्यवसायी है, जिसे यूक्रेन पर आक्रमण के दिन पुतिन से मिलने के लिए देश के कई अन्य सबसे अमीर लोगों के साथ बुलाया गया था.
पुतिन के पूर्ववर्ती राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन के समय की कई दिग्गज हस्तियों ने रूस छोड़ दिया है. कम से कम चार वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया है. उनमें से सर्वोच्च रैंकिंग पर विकास के लिए क्रेमलिन के विशेष दूत और येल्तसिन-युग के निजीकरण के स्तंभ कहे जाने वाले अनातोली चुबैस हैं.
शीर्ष पदों पर तैनात कुछ फंसे हुए हैं, चाहकर भी रूस छोड़ने में असमर्थ हैं. इनमें से सबसे ऊपर केंद्रीय बैंक प्रमुख एलविरा नबीउलीना हैं. उन्होंने पश्चिमी प्रतिबंधों के लागू होने के बाद अपना इस्तीफा दे दिया था. लेकिन, इस स्थिति से परिचित पांच लोगों के अनुसार पुतिन ने उन्हें पद छोड़ने से इनकार कर दिया था. कई रूसी अरबपतियों, वरिष्ठ बैंकरों, वरिष्ठ अधिकारी और पूर्व अधिकारियों ने जान के डर से नाम न छापने की शर्त पर अपना दर्द बयां किया. उन्होंने अपनी पहचान छिपाते हुए बताया कि कैसे वे और अन्य लोग अलग-थलग पड़े पुतिन की बातों में भटक गए. किसी ने भी सीधे तौर पर पुतिन की आलोचना नहीं की है.