श्रीलंका में लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. वहीं, देश की प्रशासनिक व्यवस्थाएं बेपटरी हो गई हैं. आलम यह है कि बीते एक दिन से प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन पर कब्जा जमाए हुए है. प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा के हर परत को भेदते हुए राष्ट्रपति भवन का कोना-कोना छान मारा. रविवार को भी राष्ट्रपति भवन में प्रदर्शनकारियों की चहलकदमी देखने को मिली. वहीं, श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के बारे में कोई खोज खबर नहीं है.
श्रीलंका में सरकार विरोधी प्रदर्शन रविवार को भी जारी है. राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री रॉनिल विक्रमसिंघे के आवासों पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा है. देश में उथल-पुथल के बीच राष्ट्रपति फिलहाल कहां हैं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.
श्रीलंका एक अभूतपूर्व आर्थिक उथल-पुथल का सामना कर रहा है. 2.2 करोड़ लोगों की आबादी वाला देश सात दशकों में सबसे खराब दौर से गुजर रहा है. श्रीलंका में विदेशी मुद्रा की कमी है, जिससे देश ईंधन और अन्य आवश्यक वस्तुओं के जरूरी आयात के लिए भुगतान कर पाने में असमर्थ हो गया है. इन हालात के बीच जनता सड़कों पर है.