जम्मू-कश्मीर में आने वाला मौसम बर्फ़बारी का है और इस बर्फबारी से पहले ही पाकिस्तानी सेना ज़्यादा से ज़्यादा आतंकियो को घुसपैठ करवाने की फिराक में है, जिसके चलते पाकिस्तान और पाक कब्ज़े वाले कश्मीर में मौजूद आतंकी ट्रेनिंग शिविरों को जम्मू-कश्मीर की एलओसी के नजदीक शिफ्ट कर दिए गए हैं, ताकि सीमापार घुसपैठ में तेजी लाई जा सके.
जल्द से जल्द आतंकी भेजने की फिराक में पाकिस्तान
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पहले आतंकी ट्रेनिंग कैम्प को अधिकतर सुनसान इलाकों में रखा जाता था, लेकिन अब घाटी में आतंक का सफाया होता देख पाक सेना व ISI जम्मू कश्मीर में जल्द से जल्द आतंकी भेजने की फ़िराक़ में हैं. इसलिए ज़्यादातर ट्रेनिंग कैम्प को पाकिस्तान और पीओके के गांवों में शिफ्ट किया गया है. ख़ुफ़िया विभाग के सूत्रों के मुताबिक जम्मू और कश्मीर की LOC के नजदीक भारतीय क्षेत्रों जैसे गुरेज, नीलम घाटी, कील, उरी, चकोटी, गुलमर्ग, पुंछ, राजोरी, सुंदरबनी और नौशेरा सेक्टर से यह ट्रैनिंग कैम्प केवल एक से डेढ़ किलोमीटर दूर रखे गए हैं, ताकि मौका मिलते ही आतंकियों को इस तरफ़ धकेला जा सके.
इन इन्पुट्स के बाद नियंत्रण रेखा के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है. दिनरात सेना के छोटे-छोटे दल नियंत्रण रेखा पर पेट्रोलिंग कर रहे हैं. लेकिन भारतीय सेना ने भी आतंकियों व ISI की हर साजिश को नाकाम बनाने के लिए सीमाओं पर अलर्ट घोषित किया है. LOC से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक सेना के जवानों ने देश की सुरक्षा और सेवा करने के लिए खुद को समर्पित किया है.
ख़ुफ़िया एजेंसियों से पाकिस्तानी साज़िश की जानकारी मिलते ही सेना ने जम्मू कश्मीर की पूरी नियंत्रण रेखा पर नवीनतम उपकरणों से लैस सेना के योद्धाओं को एक्टिव कर दिया है. सेना के जवान सुबह शाम जंगलों की तलाशी लेते हैं और ऐम्बुश अभियान रोज़ाना चलाया जाता है.
नायब सूबेदार मनोज कुमार ने कहा कि हमें बेहतरीन और नवीनतम हथियार और गोला-बारूद मुहैया कराए गए हैं. नई तकनीक ने हमें दुश्मन पर नजर रखने और यह सुनिश्चित करने में मदद की है कि हम किसी को भी अपनी तरफ न आने दें. हम अपने देश के नागरिकों को बताना चाहते हैं कि जब तक हम इन सीमाओं को सुरक्षित कर रहे हैं, उन्हें किसी चीज से डरने की जरूरत नहीं है.
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान ने बालाकोट, गड़ी हबीबुल्लाह, चेलबांडी, शाव-नाला, दुलाई, संसा, कोटली, गूलपूर, फागोश, डुबली के इलाकों मे सक्रिय ट्रेनिंग कैम्प को एलओसी के नजदीक शिफ्ट कर दिया है.
जम्मू कश्मीर पुलिस के डिजी दिलबाग सिंह का कहना है कि अबी तक इस वर्ष घाटी में ज़्यादातर आतंकी घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया गया, लेकिन आतंकी एक-दो बार घुसपैठ करने में सफल रहे हैं. केवल पिछले महीने के 15 दिनों के दौरान सेना ने जम्मू कश्मीर में करीब चार घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम बनाया और आठ आतंकी मारे गए. पिछले 15 दिन में जम्मू्, कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपोरा में सात बार आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश नाकाम की गई है. इन घुसपैठ में शामिल आतंकी एलओसी के नजदीक शिफ्ट किए गए.