Mega Daily News
Breaking News

World / नियत में खोट : खाड़ी देश से प्राप्त गिफ्ट को इमरान ने सरकारी खजाने में जमा कराने की बजाय 18 करोड़ रुपये में बेचा

नियत में खोट : खाड़ी देश से प्राप्त गिफ्ट को इमरान ने सरकारी खजाने में जमा कराने की बजाय 18 करोड़ रुपये में बेचा
Mega Daily News April 14, 2022 09:53 AM IST

इस्लामाबाद. पाकिस्तान में प्रधानमंत्री की कुर्सी से बेदखल किए जाने के बाद इमरान खान के कारनामे सामने आने लगे हैं. इमरान खान ने गिफ्ट में मिले हीरों के नेकलेस को तोशा-खाना (State Gift Store) में जमा करने के बदले बेच दिया था. उन्होंने नेकलेस अपने पूर्व विशेष सहायक जुल्फिकार बुखारी को दिया था. जुल्फिकार ने नेकलेस को 18 करोड़ रुपये में बेच दिया. फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ऑफ पाकिस्तान (FIA) ने पूर्व प्रधानमंत्री (Imran Khan) के खिलाफ ‘गिफ्टेड नेकलेस’ बेचने के मामले में जांच शुरू की है.

पाकिस्तान के एक अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, यह नेकलस या हार इमरान को एक खाड़ी देश के रूलर ने गिफ्ट किया था. इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी ने इसे बेचने के लिए दिया. कुछ और गिफ्ट बुशरा और उनकी दोस्त फराह शहजादी ने रख लिए. बाद में उसे बेच दिया गया.

दूसरी ओर जुल्फिकार बुखारी ने नेकलेस बेचने के आरोप से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि हार के बारे में कभी कोई बात नहीं हुई थी. आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं.

आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला?

पूरे मामले की शुरुआत पिछले साल हुई. 2021 में इमरान खान खाड़ी देशों के दौरे पर गए थे. लौटते वक्त वहां के किसी शाही परिवार ने उन्हें बतौर यादगार कुछ गिफ्ट्स दिए. इनमें एक डायमंड नेकलेस भी था. नियम तो यह है कि इमरान को यह नेकलेस तोशाखाना (ट्रेजरी) में जमा कराना था. लेकिन बुशरा बीबी का इस नेकलेस पर दिल आ गया. उन्होंने इसे सरकारी खजाने में जमा कराने की बजाय अपने पास रख लिया.

उपहार अपने पास रखने के लिए देनी होती है आधी कीमत

रिपोर्ट में कहा गया है कि सार्वजनिक उपहारों को आधी कीमत देकर इमरान खान अपने पास कानूनी रूप से रख सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन्होंने राष्ट्रीय खजाने में कुछ लाख रुपये जमा किए जो कि अवैध था. कानून के अनुसार, राज्य के अधिकारियों को जानेमाने व्यक्तियों से मिलने वाले उपहारों को तोशाखाना में जमा करना होता है. अगर वे उपहार जमा करने में विफल रहते हैं या कम से कम उपहार की आधी राशि नहीं जमा कराते हैं तो यह अवैध है.

FIA ने ऐसे हासिल किया हार

रिपोर्ट के मुताबिक, FIA को भनक लगी तो उसने इमरान सरकार के गिरने के पहले ही इसकी गुपचुप जांच शुरू की. जांच में कोई अड़ंगा न लगे, इसलिए ISI को भी इसकी जानकारी दे दी गई. लाहौर के उस ज्वेलरी शोरूम के मालिक और मैनेजर को उठा लिया गया. उनसे पूछताछ की गई तो सच सामने आ गया. साफ हो गया कि जुल्फी बुखारी ने ही वो डायमंड नेकलेस बेचा था. शोरूम में बुखारी की मौजूदगी के CCTV फुटेज भी मिल गए. नेकलेस बरामद करके उसे तोशाखाना में जमा करा दिया गया है.

इस मामले में अब आगे क्या होगा?

अब बुशरा बीबी और बुखारी पर केस दर्ज होगा. जांच की आंच इमरान खान तक भी पहुंचेगी. इस मामले में सबसे बड़ी आरोपी बुशरा की दोस्त फराह खान या फराह शहजादी हैं. लेकिन वो मुल्क छोड़कर दुबई के रास्ते अमेरिका पहुंच चुकी है.

RELATED NEWS