चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एशिया में कोल्ड वॉर जैसी स्थिति को लेकर चेतावनी दी है और बैंकॉक में एशिया-पैसिफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन (APEC) से पहले कहा है कि क्षेत्र में आपसी टकराव से बचना चाहिए. शी ने बैंकॉक में एपीईसी लीडर्स समिट की शुरुआत की और कहा कि वह चाहते हैं कि चीन को क्षेत्रीय एकता बनाए रखने वाले देश के तौर पर देखा जाए. शुक्रवार को एपीईसी समिट के ओपनिंग डे से पहले शी की लिखित स्पीच जारी की गई थी. सीएनएन के मुताबिक इसे अमेरिका पर तंज के तौर पर देखा जा रहा है. शी ने कहा, एशिया-पैसिफिक क्षेत्र किसी का बैकयार्ड नहीं है और इसे ताकत दिखाने की प्रतियोगिता वाला क्षेत्र नहीं बनाना चाहिए.
चीन-अमेरिका में जारी है तनाव
शी के बयान को अमेरिका और उसके क्षेत्रीय सहयोगियों की कोशिशों पर तंज के तौर पर देखा जा रहा है. चीन के इस क्षेत्र में बढ़ते आर्थिक और सैन्य प्रभाव पर लगाम लगाने के लिए ये देश एकजुट हुए हैं. एक नए कोल्ड वॉर को छेड़ने के किसी भी प्रयास को लोगों या हमारे समय की ओर से कभी अनुमति नहीं दी जाएगी. दुनिया की दो महाशक्तियों चीन और अमेरिका के बीच कई मुद्दों को लेकर तनाव है. इन मुद्दों में ताइवान, टैरिफ, इटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी, हॉन्ग कॉन्ग की स्वायत्तता हटाना, साउथ चाइना सी समेत कई अन्य शामिल हैं.
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
शुक्रवार सुबह शी ने एपीईसी नेताओं को मुख्य समारोह से इतर संबोधित किया. उन्होंने इसमें स्थिरता, शांति और विकास पर बात की. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, 21 देशों के नेता और प्रतिनिधि दो दिन के समिट के लिए थाइलैंड की राजधानी पहुंचे हैं, जिसमें क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने जैसा मुद्दा शामिल है. इस पर चीन-अमेरिका दोनों के बीच तनाव है. इसके अलावा क्षेत्रीय तनाव और यूक्रेन-रूस युद्ध पर भी चर्चा की जाएगी. इन सबके बीच नॉर्थ कोरिया ने इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की है. पिछले दो दिन में किम जोंग द्वारा किया गया ये दूसरा टेस्ट है, जिसे प्योंगयांग की ओर से उकसावे के तौर पर देखा जा रहा है.