चीन अपनी बचकानी हरकत से बाज नहीं आ रहा. बीते कई दिनों से अपने बेतरतीब फैसलों की वजह से चीन दुनिया की सुर्खियों में बना हुआ है. अमेरिकी उच्च अधिकारी नैंसी पेलोसी के एक दिवसीय ताइवान दौरे के बाद से चीन ताइवान पर दबाव बनाने की हर मुमकिन कोशिश करते जा रहा है. इस बीच चीनी अधिकारियों ने रविवार को घोषणा की कि वह चीन और कोरियाई प्रायद्वीप के बीच येलो और बोहाई सागर पर सैन्य अभ्यास भी करेगा. समुद्री सुरक्षा प्रशासन के अनुसार बोहाई सी अभ्यास सोमवार से 8 सितंबर तक चलेगा, जबकि रविवार से शुरू हुआ येलो सी अभ्यास 15 अगस्त तक चलेगा.
बता दें कि नैंसी पेलोसी की यात्रा के चार दिन बाद रविवार को भी ताइवान के आसपास चीन का सैन्य अभ्यास जारी रहा. चीनी सेना ने कहा कि इसका उद्देश्य लंबी दूरी के हवाई और जमीनी हमलों का अभ्यास करना है. हालांकि, उसने यह नहीं बताया कि रविवार के बाद भी यह अभ्यास जारी रहेंगे या नहीं. ताइवान ने कहा है कि उसे ताइवान जलडमरूमध्य के आसपास चीनी विमानों, जहाजों और ड्रोन के संचालन के बारे में लगातार जानकारी मिल रही है. ताइवान जलडमरूमध्य चीन और ताइवान को अलग करता है.
इस बीच, ताइवान की सरकारी 'सेंट्रल न्यूज एजेंसी' ने कहा कि ताइवान की सेना चीनी सेना के अभ्यास के जवाब में मंगलवार और बृहस्पतिवार को दक्षिणी पिंगतुंग काउंटी में अभ्यास करेगी. चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है. साथ ही वह लंबे से कहता रहा है कि जरूरत पड़ी तो वह बलपूर्वक ताइवान को अपनी मुख्य भूमि में मिला सकता है. वह विदेशी अधिकारियों के ताइवान दौरे का विरोध करता रहा है.