ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को निधन के बाद उनके शाही आवास के बाहर महारानी को श्रद्धांजिल अर्पित करने के लिए ब्रिटेन वासियों से लेकर विदेशी पर्यटकों तक हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई। वहां पर मौजूद लोग उनकी मृत्यु पर दुख व्यक्त कर रहे हैं। लंदन में बकिंघम पैलेस (Buckingham Palace) के बाहर कई लोगों ने उनकी याद में फूल बिछाए। राजधानी के ठीक बाहर विंडसर कैसल और बालमोरल में दिन के चढ़ने के साथ लोगों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई।
लोगों ने दी अपनी प्रतिक्रिया
पूर्वी इंग्लैंड के नारफाक से बालमोरल के दौरे पर आए डेबोरा ओब्रायन ने कहा कि ऐसा नहीं है कि महारानी के निधन की उम्मीद नहीं थी। हालांकि यह एक प्रकार का सदमा है। महारानी राजशाही की गद्दी पर एक चट्टान की तरह काफी लंबे समय से काबिज थीं। वहां मौजूद कई लोगों ने महारानी को याद की और उनके निधन पर दुख व्यक्त की।
गुरुवार को हुआ था महारानी का निधन
महारानी एलिजाबेथ का गुरुवार को 96 साल की उम्र में निधन हो गया। वह ब्रिटिश राजपरिवर में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महारानी थीं। उन्होंन ब्रिटेन पर 70 सालों तक राज किया। महारानी के निधन के बाद अब उनका बड़ा बेटा किंग चार्ल्स III ब्रिटेन का राजा बन गए हैं। हालांकि चार्ल्स का राज्याभिषेक होने में लंबा समय लगेगा। कई लोगों का मानना है कि उनके बिना देश की कल्पना नहीं की जा सकती है। महारानी अपने जीवन काल में कई उतार चढ़ाव देखी हैं।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने महारानी को अर्पित की श्रद्धांजलि
ब्रिटेन की प्रधान मंत्री लिज ट्रस ने शुक्रवार को संसद के विशेष सत्र की शुरुआत में ही ब्रिटेन की महारानी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय( Queen Elizabeth II) के निधन से ब्रिटेन के साथ-साथ दुनिया भर में शोक की लहर है। महारानी ने अपने निधन से कुछ ही दिन पहले आधिकारिक तौर पर लिज ट्रस को प्रधानमंत्री नियुक्त किया था।