आतंकी संगठन अल कायदा का सरगना अयमान अल-जवाहिरी अमेरिकी ड्रोन हमले में जुलाई में मारा गया लेकिन अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान को उसका शव नहीं मिला। हमले के बाद अमेरिका ने भी जवाहिरी की लाश की खास फिक्र नहीं की थी और कहा था अल कायदा सरगना के मारे जाने की पुष्टि हो गई है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने बताया कि मौके से जवाहिरी का शव बरामद नहीं हुआ है।
अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले का आरोपित जवाहिरी काबुल में रह रहा था, जानकारी मिलने पर 31 जुलाई को अमेरिकी सेना ने ड्रोन हमले में उसे मार गिराया था। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जवाहिरी के मारे जाने की घोषणा की थी। जबकि तालिबान ने अमेरिकी कार्रवाई पर विरोध जताया था। तालिबान प्रवक्ता ने काबुल के शेरपुर इलाके में अमेरिकी कार्रवाई की पुष्टि की है। बताया कि अफगान सरकार की एजेंसियों ने मामले की जांच की लेकिन उन्हें मौके पर जवाहिरी का शव नहीं मिला। मुजाहिद ने कहा, काबुल में अमेरिकी कार्रवाई दोहा समझौते का उल्लंघन है।
बिडेन ने जवाहिरी के मारे जाने के बाद कहा था कि मैंने अमेरिकी लोगों से वादा किया था कि हम अफगानिस्तान और उसके बाहर प्रभावी आतंकवाद विरोधी अभियान जारी रखेंगे। हमने बस यही किया है। बता दें कि अमेरिकी विदेश विभाग ने सीधे जवाहिरी को पकड़ने वाली सूचना के लिए 2.5 करोड़ अमेरिकी डालर तक के इनाम की पेशकश की थी।