ED ने पश्चिम बंगाल में करीब 11 ठिकानों पर छापेमारी कर 6 बांगलादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है जो अवैध तरीके से भारत में छिप कर रह रहे थे. आरोपी प्रोशांता हलदर उर्फ पीके हलदर बांगलादेश में 10000 करोड़ रुपये (8.940 करोड़ भारतीय रुपये) का बैंक फ्रॉड का आरोपी है और भारत में फर्जी दस्तावेज बनवा कर छिपा हुआ था.
आरोपी पीके हलदर ने पश्चिम बंगाल के पते पर फर्जी राशन कार्ड, वोटर कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड और पासपोर्ट तक बनवा रखा था. एजेंसी को जांच में ये भी पता चला कि आरोपी ने भारत में भी इन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत में कंपनियां भी खोल रखी थी जिसमें उसके साथ 5 और आरोपी स्वपन मैत्रा, उत्तम मैत्रा, इमाम हुसैन, आमना सुल्ताना और परनेश कुमार हलदर भी शामिल हैं.
जांच में ये भी पता चला कि मुख्य आरोपी पीके हलदर के पास ना सिर्फ बांगलादेश और भारत का पासपोर्ट है बल्कि कैरेबियेन में Grenada देश का भी पासपोर्ट है और बांगलादेश में बैक फ्रॉड करने के बाद कई देशों में इन पैसों को छिपाया था.
बांग्लादेश में बैंक फ्रॉड करने के बाद पीके हलदर अपने साथियों के साथ फरार हो गया था जिसके बाद बांगलादेश पुलिस के कहने पर आरोपी के खिलाफ जनवरी 2021 में इंटरपोल ने रेड कार्नर नोटिस जारी किया था. बीच में खबरें भी आई थीं कि आरोपी कनाडा में छिपा हुआ है और वहां पर कंपनी भी खोल रखी है लेकिन अब भारत में आरोपी की गिरफ्तारी के बाद एजेंसी इस बात की भी जांच कर रही है कि आरोपी भारत में कैसे दाखिल हुआ और किन-किन लोगों ने फर्जी दस्तावेज बनवाने में आरोपियों की मदद की.