अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के घर पर अमेरिकी फेडरल एजेंट के छापे को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक फेडरल एजेंट कथित तौर पर परमाणु हथियारों से संबंधित दस्तावेजों की तलाश में डोनाल्ड ट्रंप के घर पर छापा मारा था. वॉशिंगटन पोस्ट ने गुरुवार को इस संबंध में खुलासा करते हुए बताया कि यह स्पष्ट नहीं है कि पाम बीच में पूर्व राष्ट्रपति के मार-ए-लागो रिजॉर्ट से ऐसे दस्तावेज बरामद हुए या नहीं. वहीं, ट्रंप और न्याय विभाग ने भी परमाणु हथियारों से संबंधित दस्तावेजों की खोज पर कोई सार्वजनिक घोषणा नहीं की है.
इससे पहले गुरुवार को न्याय विभाग ने एक न्यायाधीश से उस वॉरंट को सार्वजनिक करने के लिए कहा जिसने ट्रंप के घर पर एफबीआई छापे को अधिकृत किया. कई लोग इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया था. अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने कहा कि, वह चल रही जांच के विवरण पर चर्चा नहीं कर सकते, लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत रूप से सर्च वॉरंट पर अपनी बात रखी. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि, "मैंने व्यक्तिगत रूप से इस मामले में तलाशी वॉरंट लेने के फैसले को मंजूरी दी है. विभाग इस तरह के निर्णय को हल्के में नहीं लेता है."
बता दें कि FBI ने हाल ही में ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित मार-ए-लागो घर पर छापेमारी की थी. रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान एफबीआई ने वहां से दस्तावेजों से भरे एक दर्जन बॉक्स जब्त किए थे. इस कार्रवाई को जानबूझकर ऐसे वक्त पर अंजाम दिया गया था, जब डोनाल्ड ट्रंप घर पर नहीं थे. अफसरों का मानना था कि ट्रंप की मौजूदगी में छापे मारने से कार्रवाई प्रभावित हो सकती है और वह इसे मुद्दा बनाते हुए इसका राजनीतिक लाभ ले सकते हैं. हालांकि पहले ये बताया गया था कि ये छापेमारी राष्ट्रपति कार्यालय से जुड़े आधिकारिक कागजातों की तलाश में की गई है, जिन्हें ट्रंप अपने साथ ले आए हैं.