1971 के युद्ध में राजस्थान की लोंगेवाला चौकी पर पाकिस्तान के छक्के छुड़ाने वाले बीएसएफ के पूर्व जवान भैरों सिंह राठौड़ का सोमवार को निधन हो गया. वह 81 साल के थे. भारत-पाकिस्तान की इस जंग पर फिल्म 'बॉर्डर' बनी है, जिसमें अभिनेता सुनील शेट्टी ने उनका किरदार निभाया था. असाधारण वीरता दिखाने वाले भारत मां के इस सपूत के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया है.
पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, 'नायक (रिटायर्ड) भैरों सिंह जी को हमारे राष्ट्र के लिए उनकी सेवा को लेकर याद किया जाएगा. उन्होंने हमारे देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर अदम्य साहस दिखाया. उनके निधन से दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं. ओम शांति.'
वहीं पिछले साल दिसंबर में गृह मंत्री अमित शाह ने राठौड़ से मुलाकात का जिक्र करते हुए एक ट्वीट में कहा, 'पिछले वर्ष मेरे जैसलमेर के प्रवास पर भैरों सिंह राठौड़ जी से भेंट हुई थी. मातृभूमि के लिए प्रेम और देशभक्ति की जो ज्वाला उनके दिल में थी, वो सचमुच अद्वितीय थी. उनकी शौर्यगाथा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी. ईश्वर उनके परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें.ॐ शांति.'
केंद्रीय गृह मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, '1971 के युद्ध के नायक भैरों सिंह राठौड़ जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है. लोंगेवाला चौकी पर सेना के साथ बीएसएफ की एक छोटी सी टुकड़ी का नेतृत्व करते हुए उन्होंने अपने पराक्रम से दुश्मन को परास्त कर भारत माता का मस्तक ऊंचा किया. उनकी वीरता पर हर भारतीय को हमेशा गर्व रहेगा.'
AIIMS में कराया गया था भर्ती
राठौड़ के बेटे सवाई सिंह ने शनिवार को कहा था कि उनके पिता को तबीयत बिगड़ने और उनके अंगों के पक्षाघात की चपेट में आने के बाद 14 दिसंबर को जोधपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था. सवाई सिंह ने कहा था, 'डॉक्टरों ने हमें बताया कि पिता को शायद ब्रेन हैमरेज हुआ है. उन्हें पिछले कुछ दिनों के दौरान कभी आईसीयू तो कभी उससे बाहर रखा गया है.' भैरों सिंह का परिवार जोधपुर से करीब 120 किमी दूर सोलंकियातला गांव में रहता है.
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि भैरों सिंह राठौड़ के पार्थिव शरीर को जोधपुर में बीएसएफ के एक प्रशिक्षण केंद्र में ले जाया गया है, जहां मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी, जिसके बाद उनके गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. अभिनेता सुनील शेट्टी ने भी भैरों सिंह राठौड़ के निधन पर शोक जताया है. शेट्टी ने ट्वीट में कहा, 'नायक भैरों सिंह जी की आत्मा को शांति मिले. परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं.'
टैंक रेजिमेंट को कर दिया था तबाह
वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भैरों सिंह राठौड़ को थार रेगिस्तान में लोंगेवाला चौकी पर तैनात किया गया था, जो एक छोटी सी बीएसएफ यूनिट की कमान संभाल रहे थे और उनके साथ सेना की 23 पंजाब रेजिमेंट की एक कंपनी थी. यह इन लोगों की बहादुरी थी, जिसने पांच दिसंबर, 1971 को इस जगह पर एक हमलावर पाकिस्तानी ब्रिगेड और टैंक रेजिमेंट को तबाह कर दिया था. इस शौर्य के लिए उन्हें 1972 में सेना पदक मिला. युद्ध के दौरान 14वीं बीएसएफ बटालियन के साथ तैनात, भैरों सिंह राठौड़ 1987 में रिटायर हुए थे.
वहीं बीएसएफ ने एक ट्वीट में कहा, 'जांबाज भैरों सिंह राठौड़ ने आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)-जोधपुर में अंतिम सांस ली. बीएसएफ के महानिदेशक और सभी रैंकों के अधिकारियों ने 1971 के युद्ध के दौरान लोंगेवाला युद्ध के हीरो एवं सेना पदक से सम्मानित नायक (सेवानिवृत्त) भैरों सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया. बीएसएफ उनकी बहादुरी, साहस और कर्तव्य के प्रति समर्पण को सलाम करता है.'