कोरोना के बाद संक्रमण शब्द से सभी का परिचय हो गया होगा. अगर आप नहीं जानते हैं तो आपको फिर से बता देते हैं कि सभी रोगों में से कुछ रोग ऐसे होते हैं जो किसी अन्य शख्स के डायरेक्ट या इनडायरेक्ट कॉन्टैक्ट में आने से फैलते हैं. इसके साथ ये किसी और संक्रमित पदार्थों या जीवों के टच में आने से भी फैलने लगते हैं. इस तरह के रोग संक्रामक रोग (Infections) कहे जाते हैं. जिनके जरिए इनका प्रसार होता है वो वाहक कहे जाते हैं. संक्रामक रोगों के प्रसार में मक्खियों (House Flies) की भूमिका को लेकर एक रिसर्च हुई जिसमें पता चला कि मक्खियों को हम जितना हल्के में लेते हैं ये उससे कहीं ज्यादा खतरनाक है.
क्या पता चला रिसर्च में?
कीटवैज्ञानिक जॉन स्टोफोलानो ने स्पिलओवर: एनिमल इन्फेक्शन्स एंड द नेक्स्ट ह्यूमन पेंडेमिक (Spillover: Animal Infections and the Next Human Pandemic) नाम के किताब की समीक्षा करते हुए एक स्टडी की. इसमें उन्होंने पाया कि मक्खियों से फैलने वाले संक्रमण को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है. स्टोफोलानो लंबे वक्त से मक्खियों पर रिसर्च कर रहे हैं. अध्ययन में बताया गया है कि मक्खियों के पेट के पास एक ऑर्गन होता है जहां से उनका अधपचा खाना बाहर आता है और जब ये इंसानों के कॉन्टैक्ट में आता है तो संक्रमण फैलता है. खास ऐसी मक्खियां जो काटती नहीं हैं, उनसे संक्रमण का ज्यादा खतरा होता है.
मक्खियों से ऐसे फैलता है संक्रमण
घरेलू मक्खियों (House flies) की बात करें तो उनके पेट के पास एक क्रॉप (Crop) नाम का अंग पाया जाता है. मक्खियों का खाना पचने से पहले यहां आकर इकट्ठा होता है. इसी क्रॉप (Crop) में खतरनाक सूक्ष्मजीव (Pathogens) और परजीवी (Parasites) पाए जाते हैं. जब मक्खियां उड़कर खाने पर बैठती है तो क्रॉप (Crop) खाने के संपर्क में आता है और वहीं खाना खाकर हम बीमार पड़ जाते हैं. स्टोफोलानो का मानना है कि हमें उन कीटों (Insects) से ज्यादा सावधान रहने की जरूरत जो हमारे बीच रहकर संक्रमण फैलाते हैं. हाल ही में किए गए एक शोध में पता चला है कि मक्खियां अपने पैर, पंख और मुंह से संक्रमण फैलाती है जबकि पहले माना जाता था कि ये केवल मुंह से कोली बैक्टीरिया लेकर चलती हैं. किसी यंग घरेलू मक्खी (House Flies) में संक्रमण फैलाने की क्षमता काफी ज्यादा होती है.