कोई भी देश तरक्की तभी कर सकता है, जब उसकी बड़ी होती हुई युवा पीढ़ी स्वस्थ हो. युवा पीढ़ी के फिट रहने पर ही कोई देश अपनी अर्थव्यवस्था को गति दे सकता है.
भारत की कुल आबादी में 15 से 59 साल के लोग 62% फीसदी हैं. आने वाले समय मे भारत को विश्व गुरु बनाने की आशाएं इसी युवा पीढ़ी पर ही टिकी हैं. हालांकि इस पीढ़ी को जंक फूड (Junk Food) मोटापे का शिकार बनाकर हृदय रोग, डाइबिटीज और मानसिक रोग मुफ्त में दे रहे हैं.
ब्राज़ील की SAO Paulo यूनिवर्सिटी द्वारा 5 साल तक साढ़े 3 हज़ार से ज्यादा 12 से 19 साल तक के लोगों पर स्टडी की गई. इसमें सामने आया है कि जो युवा जंक फूड (Junk Food) ज्यादा खाते हैं, उनका पेट बाहर निकल जाता है. इसके साथ ही निचले अंग लिवर और इंटेस्टाइन के पास Fat इकट्ठा होने की वजह से high blood pressure, हृदयरोग, type 2 diabetes, high cholesterol जैसी बीमारियां पकड़ लेती हैं.
Journal of the Academy of Nutrition and Dietetics में छपी ब्राजील की SAO Paulo यूनिवर्सिटी की रिसर्च में बताया गया कि 12 से 19 साल के जो युवा अपनी कुल डाइट में 64% तक जंक फूड खाते थे, उनमें से 52 फीसदी युवाओं को पेट बाहर निकलने की समस्या ने जकड़ लिया था.
पेट बाहर निकलने की समस्या के अलावा 63% युवाओं के निचले अंग लिवर और इंटेस्टाइन के पास Fat जमा हो गया था. जिससे इन युवाओं को कम उम्र में ही high blood pressure, हृदयरोग, type 2 diabetes, high cholesterol जैसी बीमारियों से संक्रमित होने का खतरा बन गया था.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कम उम्र के लोगों में मोटापे (Obesity) की समस्या 21वीं सदी की सबसे बड़ी दिक्कत बनती जा रही है, जिसे पूरा विश्व झेल रहा है. हालांकि भारत में यह समस्या काफी बड़ी है. भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले autonomous रिसर्च इंस्टीट्यूट 'Institute of Economic Growth' की ओर से वर्ष 2020 में जारी किए आंकड़ों के मुताबिक भारत में साल 2020 में मोटापे का शिकार 5 से 19 साल के बच्चों की संख्या 1 करोड़ 70 लाख से ज्यादा थी, जिसका साल 2030 तक बढ़ कर 2 करोड़ 70 लाख से ज्यादा होने का अनुमान है.
बच्चों में इस मोटापे का मुख्य कारण जंक फूड ही है. वर्ष 2019 में Centre for Science and Environment की ओर से 9 से 17 साल के बच्चों पर किए गए सर्वे में सामने आया था कि 93% बच्चे हफ्ते में एक से ज्यादा बार पैक्ड जंक फूड (Junk Food) खाते हैं. वहीं 13 से 17 साल के 59% बच्चे ऐसे थे, जो रोजाना जंक फूड खाते थे या फिर packed beverage पीते थे.
भारत की युवा आबादी को भी जंक फूड वाला मोटापा (Obesity) किस तरह से अपने जाल में फंसा रहा है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भारत में 20 से 29 साल के 42% युवा मोटापे का शिकार हैं. वहीं 30 से 44 साल से युवाओं में 62% से ज्यादा युवा मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं.