Breaking News
Cooking Oil Price Reduce : मूंगफली तेल हुआ सस्ता, सोया तेल की कीमतों मे आई 20-25 रुपये तक की भारी गिरावट PM Kisan Yojana : सरकार किसानों के खाते में भेज रही 15 लाख रुपये, फटाफट आप भी उठाएं लाभ Youtube से पैसे कमाने हुए मुश्किल : Youtuber बनने की सोच रहे हैं तो अभी जान लें ये काम की बात वरना बाद में पड़ सकता है पछताना गूगल का बड़ा एक्शन, हटाए 1.2 करोड़ अकाउंट, फर्जी विज्ञापन दिखाने वाले इन लोगो पर गिरी गाज Business Ideas : फूलों का बिजनेस कर गरीब किसान कमा सकते है लाखों रुपए, जानें तरीका
Friday, 11 October 2024

States

नाराज ब्राह्मणों को मनाएंगे शरद पवार, दिया बातचीत का दिया न्यौता

21 May 2022 09:03 PM Mega Daily News
ब्राह्मण,एनसीपी,प्रमुख,ब्राह्मणों,पार्टी,समुदाय,उन्होंने,महाराष्ट्र,चुनाव,खिलाफ,नाराज,कोशिश,शनिवार,बातचीत,विरोधी,sharad,pawar,celebrate,angry,brahmins,given,invitation,talks

महाराष्ट्र । आगामी चुनाव को देखते को एनसीपी प्रमुख शरद पवार नाराज ब्राह्मणों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी को लेकर शरद पवार ने शनिवार शाम को पुणे के निसर्ग मंगल कार्यालय में कुछ ब्राह्मण संगठनों को बातचीत के लिए बुलाया है। माना जा रहा है कि पवार बैठक के दौरान नाराज ब्राह्मणों को मनाने की कोशिश करेंगे। एनसीपी चीफ शरद पवार पर यह भी आरोप लग रहे हैं कि वह और उनकी पार्टी ब्राह्मण विरोधी है। साथ ही महाराष्ट्र में ब्राह्मणों और बहुजन में दूरियां भी पैदा कर रही है। इससे पहले मनसे प्रमुख राज ठाकरे समेत कई नेता शरद पवार पर भी ब्राह्मण विरोधी होने का आरोप लगा चुके हैं।

वहीं एनसीपी नेताओं का कहना है कि बैठक की पहल एक ब्राह्मण संगठन ने की। एनसीपी प्रवक्ता अंकुश काकड़े ने कहा, ‘संगठन हमारे पार्टी प्रमुख से मिलना चाहता था और कुछ मुद्दे उठाना चाहता था। हमारे पार्टी प्रमुख ने तब सुझाव दिया कि एक संगठन से मिलने के बजाय, वह पुणे के कई लोगों से मिलेंगे।’

एनसीपी नेताओं ने कहा कि ब्राह्मण समुदाय कुछ टिप्पणियों पर आपत्ति जता रहे हैं, इसलिए पार्टी ने उनकी शिकायतों को दूर करना उचित समझा। ‘पवार ने अपने पूरे जीवन में सभी समुदायों का समर्थन किया है। उन्होंने खुद कभी किसी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है। उनके बचपन और कॉलेज के दिनों से ही उनके कई ब्राह्मण दोस्त रहे हैं। हालांकि, यह उल्लेख किया जाना चाहिए कि पवार ने कुछ कार्यों और व्यक्तियों की टिप्पणियों पर अपने विचार व्यक्त किए हैं, लेकिन समुदाय के खिलाफ कभी नहीं। उनकी सभी टिप्पणियां तथ्यों और सबूतों पर आधारित हैं। इसलिए पार्टी ने बैठक करने का फैसला किया है।’

उन्होंने कहा, ‘हम तब तक बैठकों या बातचीत का बहिष्कार करेंगे, जब तक कि पवार और राकांपा नेता अपना रास्ता नहीं बदल लेते। यह इस तरह जारी नहीं रह सकता। राकांपा विभिन्न समुदायों के बीच दरार पैदा करने और उसे चौड़ा करने की कोशिश कर रही है। बिना किसी तुक या कारण के जिस तरह से उसे निशाना बनाया जा रहा है, उससे ब्राह्मण समुदाय विशेष रूप से बुरी तरह आहत है।

ब्राह्मण महासंघ और परशुराम सेवा संघ जैसे प्रमुख ब्राह्मण संगठनों ने शनिवार की बैठक का बहिष्कार करने का फैसला किया है। ब्राह्मण महासंघ के प्रमुख आनंद दवे ने कहा, ‘जब भी एनसीपी के नेता ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कहते हैं, तो एनसीपी प्रमुख उनके खिलाफ कभी कार्रवाई नहीं करती है। यहां तक कि उनसे माफी मांगने के लिए भी नहीं कहती है। उन्होंने कहा कि अगर वह हमारी बात नहीं सुनना चाहते हैं, तो हम उनसे क्यों मिलें।

उन्होंने कहा, ‘हम तब तक बैठकों या बातचीत का बहिष्कार करेंगे, जब तक कि पवार और राकांपा नेता अपना रास्ता नहीं बदल लेते। उन्होंने कहा कि बिना किसी कारण के ब्राह्मणों को निशाना बनाया जा रहा है। उससे ब्राह्मण समुदाय विशेष रूप से बुरी तरह आहत है।

बता दें, इसी हफ्ते शीर्ष अदालत ने आदेश दिया था कि महाराष्ट्र में मॉनसून के बाद स्थानीय निकाय चुनाव करवाए जाएं। महाराष्ट्र में 20 महानगरपालिका, 25 जिला परिषद, 210 नगर पंचायत और लगभग 2100 ग्राम पंचायत के चुनाव होंगे। इन चुनाव को मिनी असेंबली के तौर पर देखा जाता है। इन सबको ध्यान में रखते हुए एनसीपी प्रमुख को लग रहा है कि ब्राह्मण विरोधी छवि की वजह से पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।यही कारण है कि नाराज ब्राह्मणों को मनान के लिए पवार ने शनिवार शाम ( 21 मई, 2022 ) को बैठक बुलाई है। जिससे ब्राह्मणों को मनाया जा सके।

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News