भारत के एविएशन और एयरोनॉटिकल विनिर्माण क्षेत्रों ने देश में लगभग 2.5 लाख लोगों को रोजगार दिया है, गुरुवार को संसद को सूचित किया गया. लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा कि उपरोक्त संख्या में पायलट, केबिन क्रू, इंजीनियर, तकनीशियन, हवाई अड्डे के कर्मचारी, ग्राउंड हैंडलिंग, कार्गो, खुदरा, सुरक्षा, प्रशासनिक और बिक्री कर्मचारी आदि शामिल हैं.
कोविड-19 महामारी की पहली दो लहरों के दौरान हॉस्पिटैलिटी और एविएशन क्षेत्र सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए, जिसने हितधारकों के राजस्व और लाभप्रदता को प्रभावित किया. 2018-19 की तुलना में 2019-20 में एयरलाइन क्षेत्र की प्रतिशत वृद्धि लगभग 23 प्रतिशत थी और 2020-21 में वृद्धि नकारात्मक -57 प्रतिशत थी. मंत्री ने कहा, ‘हालांकि, वित्त वर्ष 2021-22 में 2020-21 की तुलना में वृद्धि लगभग 47 प्रतिशत थी.’
विमानन क्षेत्र के विकास को बढ़ाने के कई उपाय किए गए
इस बीच, पिछले तीन वर्षों के दौरान भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) द्वारा अर्जित अनुमानित राजस्व 2019-20 में 12,837 करोड़ रुपये, 2020-21 में 4,867 करोड़ रुपये और 2021-22 में 6,841 करोड़ रुपये था. केंद्र ने विमानन क्षेत्र के विकास को बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं.
21 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की स्थापना को मंजूरी
एएआई और अन्य हवाईअड्डा डेवलपर्स ने मौजूदा टर्मिनलों के विस्तार और संशोधन, नए टर्मिनलों और रनवे के सुदृढ़ीकरण और अन्य गतिविधियों लगभग 98,000 करोड़ रुपये के पूंजी परिव्यय का लक्ष्य रखा है. भारत सरकार ने 21 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की स्थापना के लिए 'सैद्धांतिक' मंजूरी दे दी है.