देश के 12 राज्य इस वक्त बाढ़ और बारिश से परेशान हैं. उत्तराखंड से लेकर राजस्थान और गुजरात तक पिछले हफ्ते भर से कुदरत का प्रकोप झेल रहे हैं. गुजरात में उफनती नदियों ने गदर मचा दिया है तो उत्तराखंड में दरकते पहाड़ों ने जिंदगी थाम दी है. उधर अमरनाथ में पिछले 48 घंटे से सर्च ऑपरेशन जारी है और अब तक 16 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं. बाबा बर्फानी की गुफा के करीब बादल फटने से बड़ा हादसा हुआ था जिसके बाद यात्रा पर ब्रेक लग गया था. जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के साथ देश के दूसरे राज्यों मे भी बारिश और बाढ़ जमकर रंग दिखा रही है. गुजरात और महाराष्ट्र में भी हालात ज्यादा खराब हैं जहां कई शहर बाढ़ की चपेट में है. पंजाब और राजस्थान में भी कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. पहाड़ से लेकर मैदान तक आसमान से आफत बरस रही है. अमरनाथ में बादल फटने से आई तबाही का खौफ गया नहीं और हिमाचल में भी बादल फट पड़ा. ऐसा लगा मानो आसमान से कोई नदी निकल आई हो.
अमरनाथ हादसे को 48 घंटे हो गए हैं लेकिन किसी की पास ये जानकारी नहीं कि 40 लोग कहां लापता हो गए हैं. मलबे में तलाश हो रही है, छोटे-छोटे नालों में तलाश हो रही है. बड़ी-बड़ी नदियों में भी तलाश हो रही है लेकिन किसी के पास कोई जानकारी नहीं है. अमरनाथ यात्रा पर कुदरत कहर बनकर टूटी है. बादल फटने से शुक्रवार को ऐसा सैलाब आया कि हजारों श्रद्धालुओं की जिंदगी संकट में आ गई. अमरनाथ की तबाही और बड़ी हो सकती थी अगर राहत एजेंसियों ने वक्त पर सक्रियता नहीं दिखाई होती. शुक्रवार की शाम से अभी तक सेना, एनडीआरएफ और आईटीबीपी के जवान जिंदगियां बचाने के मिशन में लगे हैं.
देश के पहाड़ी राज्य इन दिनों आसमानी आफत से दो चार हैं. नदी नाले उफन रहे हैं और बाढ़ का पानी शहरों की सड़कों पर है. लोग जान का खतरा मोल लेकर नदी-नाले पार करने को मजबूर हैं. हिमाचल के चम्बा में बादल फटने के बाद सैकडों गांवों का शहरों से संपर्क कट गया है. पहाड़ी नदी-नाले बरसाती पानी से उफन रहे हैं और जिंदगी पटरी से उतर गई है. भारी बारिश की वजह से हिमाचल के चम्बा में रहने वाला हर शख्स सहमा हुआ है. शहर के कई रास्ते अब भी रास्ते बंद हैं क्योंकि वहां पहाड़ों से आया मलबा जमा है. मौसम विभाग ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया था इसलिए लोग अपने घरों में कैद रहे, जिसकी वजह से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ.
उधर, उत्तराखंड में भी कई जिलों में बाढ़ ने कहर बरपा दिया है. कई जिलों में दर्जनों सड़कें पूरी तरह थम गई हैं. सड़कों पर लैंडस्लाइड का मलबा आ गया है. पिथौरागढ़ से लेकर उत्तरकाशी तक हालात खराब हैं. चारधाम यात्रा पर भी इसका असर पड़ा है और मौसम की वजह से केदारनाथ यात्रा फिलहाल रोक दी गई है. राज्य में जगह जगह लैंड स्लाइड ने भी जान का खतरा पैदा करने के साथ-साथ आवाजाही को थाम दिया है. बारिश ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है , बद्रीनाथ हाइवे भी लैंड स्लाइड की चपेट में आया है.
तेज बारिश के बाद गुजरात हाल के सालों की सबसे खतरनाक बाढ़ से दो चार हो रहा है. बाढ़ और बारिश से दिल दहला देने वाले हादसे पेश आ रहे हैं. बाढ़ ने जान के लिए बड़ा जोखिम पैदा कर दिया है. जामगर और राजकोट में कई हादसे होते-होते बचे. राजकोट जिले में भी बारिश और बाढ़ ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर रखा है. कच्छ में भी बाढ़ का कहर है.
देश के 12 से ज्यादा राज्यों में आसमान से कहर बरस रहा है. इसकी वजह से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. पहली बारिश में ही देश के दो राज्यों में सिस्टम की लापरवाही की ऐसी तस्वीरें सामने आई है, जिस पर आप और हम सिर्फ अफसोस कर सकते हैं. धौलपुर में 5 घंटे लगातार बारिश हुई तो पूरा इलाका स्विमिंग पूल बन गया. पंजाब के होशियारपुर में भारी बारिश हो रही है और भारी बारिश के बीच ही सड़क का निर्माण हुआ.आप अंदाजा लगा लीजिए ऐसी सड़कों का क्या होगा. वीडियो वायरल हुआ तब जाकर सरकार ने पीडब्लूडी के तीन अफसरों को निलंबित किया गया.
उत्तराखंड से लेकर बिहार और गुजरात तक पिछले हफ्ते भर से कुदरत का प्रकोप झेल रहे हैं. गुजरात में उफनती नदियों ने गदर मचा दिया है तो उत्तराखंड में दरकते पहाड़ों ने जिंदगी थाम दी है. ऐसा लग रहा है कि पहाड़ों पर कुदरत इस वक्त बेहिसाब गुस्से में है. भीषण बारिश के बाद जगह-जगह बाढ़ के हालात हैं. नदियां उफन रही हैं और सड़कों पर लैंड स्लाइड के बाद जगह जगह मलबा जमा हो गया है.