मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक शख्स की बेरहमी से हत्या करने का मामला सामने आया है। तकरीबन दो महीने से यह शख्स लापता था और अब जाकर पता चला है कि उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शरीर को आरा मशीन से काट दिया और उसके 10 टुकड़े करके एक नाले में फेंक दिया। पुलिस को उसकी लाश के सड़े-गले टुकड़े तीन थैलों में बंद मिले हैं और कुछ टुकड़े अभी भी Missing हैं। शख्स की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह आरोपी से अपने कर्ज के पैसे वापस मांग रहा था। इस मामले में एक की गिरफ्तारी हुई है, जबकि मुख्य आरोपी ने पिछले महीने आत्महत्या कर ली थी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 16 फरवरी से लापता अनुपम शर्मा (45) का शव रविवार को संजीवनी नगर के एक नाले में प्लास्टिक के तीन थैलों में मिला था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में रामप्रकाश पुनिया नाम के व्यक्ति को हत्या करने, सबूत नष्ट करने और साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इस हत्या में उसका एक सहयोगी भी था जिसकी पहचान विनोद वर्मा उर्फ टोनी के रूप में हुई है। उसने पिछले महीने आत्महत्या कर ली थी और एक नोट भी छोड़ा था। नोट में उसने अनुपम की हत्या की बात कुबूली थी। इसमें उसने लिखा कि उसने एक बड़ी भूल की है। पुलिस अधिकारी ने कहा, “शर्मा 16 फरवरी से लापता थे और उनके लापता होने की शिकायत 30 फरवरी को संजीवनी नगर थाने में दर्ज कराई गई थी। पुनिया और वर्मा ने उधार लिए पैसे नहीं लौटाने पर शर्मा की हत्या की साजिश रची थी।”
पुलिस ने नाले से अनुपम के शव के आठ टुकड़े बंद बोरी में बरामद किए हैं, जबकि दो टुकड़े अब भी लापता हैं। पुलिस शरीर के टुकड़े करने के लिए इस्तेमाल की गई आरा मशीन की भी तलाश कर रही है। धनवंतरी नगर निवासी अनुपम शर्मा 16 फरवरी से लापता थे। परिवार ने उनकी खूब तलाश की, लेकिन वह नहीं मिले। इसके बाद संजीवनी पुलिस स्टेश में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके बाद तलाशी शुरू हुई।
पुलिस ने सीडीआर विश्लेषण और अन्य तकनीकी सबूतों के आधार पर राजस्थान से एक संदिग्ध को पकड़ा। पूछताछ के बाद संदिग्ध ने अनुपम की हत्या की बात कबूल कर ली। संदिग्ध ने खुलासा किया कि अनुपम शर्मा और टोनी वर्मा के बीच विवाद हुआ था, जो इतना बढ़ गया कि टोनी वर्मा ने अनुपम की हत्या कर दी। इसके बाद शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई गई। टोनी और रामप्रकाश ने लकड़ी काटने के कारखाने में ही अनुपम के शरीर के दस से अधिक टुकड़े करने के लिए आरा मशीन का इस्तेमाल किया। आरोपी पुलिस को धनवंतरी नगर के नाले तक ले गए।
अनुपम शर्मा मूल रूप से गाडरवारा के रहने वाले थे और चार साल से जसूजा सिटी फेज-1 स्थित एक मकान में अकेले रह रहे थे। वह शादीशुदा थे और उनका एक बेटा भी है, लेकिन वह चार साल से अपनी पत्नी से अलग रह रहे थे। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।