अकसर घरों या कहीं बाहर आपने मक्खियों को घूमते देखा होगा. ये विभिन्न प्रकार की होती हैं. इनमें से एक होती हैं फलों पर बैठने वाली मक्खियां (Fruit Flies). इनके बारे में हैरतअंगेज खुलासा हुआ है. जब नर मक्खी अपने पार्टनर के साथ संबंध बनाती है तो वह मादा मक्खी के शरीर में ऐसा रसायन छोड़ देती है, जिससे वह नींद में चली जाती है और किसी अन्य नर मक्खी के साथ संबंध नहीं बना पाती. वैज्ञानिकों का कहना है कि ये नर मक्खियों की एक रणनीति होती है. अर्जेंटीना के बारिलोच एटॉमिक सेंटर और फंडाकियोन इंस्टीट्यूटो लेलोइर ने वेबकैम के जरिए फलों पर बैठने वाली मक्खियों के प्रजनन को स्टडी किया.
रिसर्च में सामने आया कि संबंध बनाते समय नर मक्खी स्पर्म के साथ मादा मक्खी के शरीर में पेप्टाइड छोड़ देता है. ऐसा करने से मादा मक्खियां अन्य नरों के लिए कम आकर्षक हो जाती हैं. इसके अलावा ये मादा मक्खी की बायोलॉजिकल क्लॉक मिकैनिज्म पर भी असर डालता है.
पिछली रिसर्च में सामने आया था कि ये मक्खियां सूरज उगने से पहले जग जाती हैं. ये वो वक्त होता है, जब मक्खियां मेटिंग करती हैं. मगर पेप्टाइड के कारण मक्खियों को सुबह का पता नहीं चलता और वह नींद में रहती हैं. लेकिन ये वह वक्त होता है जब नर मक्खियां सबसे ज्यादा एक्टिव होती हैं.
वैज्ञानिक लोरेना फ्रेंको और उनके सहयोगियों का कहना है कि रिसर्च नर मक्खियों पर केंद्रित था. अकसर रिसर्च में मादाओं को नजरअंदाज कर दिया जाता है. इसलिए उन्होंने लाइट कंट्रोल्ड लैब में 4 दिन के लिए वेबकैम के जरिए मादा मक्खियों पर नजर रखी. लैब में हाल ही में संबंध बनाने वाली मादा और वर्जिन मक्खियों पर नजर रखी गई. तुलना करने के लिए एक ग्रुप स्टडी नर मक्खियों पर की गई. रिसर्चर्स ने पाया कि जो मक्खियां सुबह के वक्त उठीं तो वह वर्जिन थीं जबकि जिन्होंने संबंध बनाया था, वे तब तक सोती रहीं, जब तक सूरज की रोशनी उन पर नहीं पड़ी. रिसर्चर्स को शक था कि इसकी वजह पेप्टाइड हो सकता है.