नई दिल्ली. आम जनता टमाटर की बढ़ी हुई कीमतों से परेशान है। केंद्र सरकार ने टमाटर की रियायती दर 90 रुपये से घटाकर 80 रुपये प्रति किलोग्राम कर जनता को राहत दी। सरकार के इस फैसले का असर दिल्ली-एनसीआर समेत अन्य इलाकों में तेजी से देखा गया। सरकार के निर्देशानुसार अब दिल्ली-एनसीआर में मोबाइल वैन के जरिए कम दाम पर टमाटर बांटे जा रहे हैं।
किफायती टमाटर घरों तक पहुंचे यह तय करने के लिए राजस्थान और मध्य प्रदेश में मोबाइल वैन लगाई जा रही हैं। राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी महासंघ (NCCF) के अध्यक्ष विशाल सिंह ने कहा कि टमाटर आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से खरीदे जा रहे हैं और न केवल दिल्ली-एनसीआर बल्कि अन्य राज्यों में भी कम कीमत पर मोबाइल वैन के माध्यम से बांटे जा रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि टमाटर 120 रुपये प्रति किलो खरीदा जा रहा है और जनता को 80 रुपये प्रति किलो बेचा जा रहा है। डिस्ट्रीब्यूशन शुक्रवार से शुरू हुआ और 1 लाख क्विंटल से अधिक टमाटर पहले ही बेचे जा चुके हैं। भारी बारिश के कारण टमाटर, पत्तागोभी और अन्य सब्जियों को काफी नुकसान हुआ है, जिसके कारण बाजारों में इनकी सप्लाई 70 फीसदी तक कम हुई है। यही वजह है कि सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही है। टमाटर की कीमतें 150-200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं।
एक्सपर्ट का मानना है कि नए टमाटर बाजार में जब आ जाएंगे तो बढ़ती कीमतों से राहत मिल जाएगी। इसके अलावा मौसम सामान्य होने पर टमाटर की कीमत में कमी आने की उम्मीद है। पिछले शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में रियायती कीमतों पर टमाटर की सेल शुरू हुई। पहले टमाटर की रिटेल में कीमतें 220 रुपये प्रति किलोग्राम थी, लेकिन सरकारी दुकानें अब कीमतों को नियंत्रित करने के लिए इसे 90 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेच रही हैं। सरकार NAFED और NCCF जैसे एग्रीकल्चर मार्केटिंग ऑर्गनाइजेशन के जरिये राज्यों में कम दरों पर टमाटर खरीदने और बेचने का निर्देश दिया गया है। दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी कम कीमत में टमाटर मिल रहे हैं।