कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे उत्तर भारत के लोगों पर सर्दी का सितम अभी और बढ़ने वाला है. मौसम विभाग के अनुसार पाकिस्तान के रास्ते एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत की ओर आ रहा है. यह विक्षोभ 21 से 25 जनवरी तक उत्तर भारत में रहेगा. इसके चलते दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और यूपी में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है. इसके साथ ही 50 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलने वाली ठंडी हवाएं लोगों की दिक्कतों को और बढ़ाएंगी.
ऊंचे पहाड़ी इलाकों में होगी बारिश
मौसम वैज्ञानिकों (Weather Update) के मुताबिक अगले सप्ताह आने वाले पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पहाड़ी इलाकों में 21 जनवरी से बारिश और बर्फबारी का दौर शुरू हो जाएगा. बारिश-बर्फबारी का यह सीजन 25 जनवरी तक चलेगा. इस दौरान 23 और 24 जनवरी को यह अपने पीक पर होगा. मौसम विभाग ने कहा कि इस मौसमी बदलाव की वजह से दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 23-24 जनवरी को झमाझम बारिश हो सकती है. जिससे लोगों को प्रदूषण और सूखी ठंड से राहत मिलेगी लेकिन बर्फीली हवाओं की वजह से सर्दी वैसी ही बनी रहेगी.
इस विंटर सीजन की पहली बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR Weather Update) में इस विंटर सीजन में अभी तक बारिश नहीं हुई है. अगर नए पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश होती है तो आसपास के ग्रामीण इलाकों में इसका फायदा होगा. साथ ही प्रदूषण से निपटने में भी कामयाबी मिलेगी. उधर कश्मीर की बात करें तो ऊपरी इलाकों में लगातार भारी बर्फबारी हो रही है. मध्य कश्मीर के गांदरबल और उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में लगभग 6 फीट तक बर्फ जमा है.
जोजिला टनल से कर्मियों को बचाया गया
गांदरबल जिले के सोनमर्ग में एक सप्ताह में 4 हिमस्खलन हो चुके हैं, जिसके चलते ज़ोजिला सुरंग के लिए काम करने वाले दो मजदूरों की मौत भी हो गई. इसके चलते सोनमर्ग सुरंग स्थल से 1100 से अधिक लोगों को सतर्क कर दिया गया है. साथ ही जोजिला टनल पर काम कर रहे 172 कर्मचारियों को भारतीय सेना और स्थानीय प्रशासन ने वहां से निकाल लिया है.
जम्मू कश्मीर और लद्दाख में अलर्ट जारी
प्रदेश में 18 जनवरी से 25 तारीख तक भारी बर्फबारी की भविष्यवाणी (Weather Prediction) को देखते हुए लद्दाख के साथ ही जम्मू और कश्मीर को हाई अलर्ट पर रखा गया है. जिससे किसी भी तरह की अप्रिय घटना की सूचना मिलने पर तुरंत बचाव कार्य शुरू किए जा सकें. इसके लिए आपदा राहत दलों को स्टैंड बाय पर भी रखा गया है.