उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में पुलिस एटीएम से कैश उड़ाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस का फर्जी परिचय पत्र, पुलिस की पीकैप, तमंचा, पुलिस की लोगो लगी बोलेरो कार व अन्य सामान बरामद हुआ है.
पुलिस का कहना है कि ये लोग एटीएम में एक लोहे की पत्ती फंसा देते थे जिसके बाद कोई व्यक्ति अगर एटीएम से पैसे निकालने आता था तो रुपये एटीएम के डिस्पेंसर शटर के अंदर ही फंसे रह जाते थे. लोग समझते थे कि मशीन खराब हो गई है. उनके जाने के बाद आरोपी डिस्पेंसर शटर को उठाकर पत्ती सहित रुपये को खींचकर निकाल लेते थे.
लंबे समय से दे रहे थे इन वारदातों को अंजाम
आरोपी पुलिसकर्मी बनकर एटीएम में घुसते थे और मशीन चेकिंग के नाम पर उसमें से कैश निकालकर फरार हो जाते थे. बताया जा रहा है कि लंबे समय से ये लोग इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे.
बैंक मैनेजर ने की थी एटीएम से छेड़छाड़ की शिकायत
मीडिया रिपोर्ट और पुलिस के मुताबिक एक केनरा बैंक मैनेजर ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके एटीएम से छेड़छाड़ कर कैश निकाला गया है. इसके बाद थाना कोतवाली नगर पुलिस ने तीन आरोपियों राजेश श्रीवास्तव, नदेसर शुक्ला और मंटू पासवान को एटीएम से छेड़छाड़ कर पैसे निकालने के आरोप में गिरफ्तार किया.
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में अपराध स्वीकार कर लिया है. आरोपियों नेबताया कि वह पुलिसकर्मी बनकर एटीएम चेक करने जाते हैं और वहां पर मौका मिलते ही लोहे की पत्ती की मदद से पैसा निकाल लेते थे.