देश में फिर से कोरोना का खतरा मंडराने लगा है. गुरुवार सुबह के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,141 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,46,36,517 हो गई. मंगलवार को देश में में कोविड-19 के BQ.1 वेरिएंट का पहला मामला महाराष्ट्र में मिला. यह ओमिक्रोन के सब-वैरिएंट में से ही एक है और इसे देश में संक्रमण की तीसरी लहर के लिए जिम्मेदार माना जाता था यह तेजी से फैलता है.
महाराष्ट्र में ही देश के पहले XBB वैरिएंट का पहला मामला भी दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BF.7 और BA.5.1.7 ने भी भारत में एंट्री ली है जिसके बारे में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर द्वारा जानकारी दी गई थी.
इस बीच एम्स, दिल्ली के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया ने ओमिक्रॉन स्ट्रेन के सब-वेरिएंट्स को लेकर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. रणदीप गुलेरिया ने कहा, "नए वेरिएंट में म्यूटेट होने की प्रवृत्ति है." उन्होंने कहा कि हालांकि, "अब स्थिति अलग है. पहले कोई टीकाकरण नहीं था, लेकिन लोगों को अब टीका लगाया जा चुका है और वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित कर ली गई है."
इनको बाहर जाने से बचना चाहिए
गुलेरिया ने कहा, “अगर आप बाहर जा रहे हैं और खासकर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर, तो आपको मास्क पहनना चाहिए. उच्च जोखिम वाले समूहों, बुजुर्गों को बाहर जाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे संक्रमण फैलने की संभावना अधिक होती है.
गुलेरिया ने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने और आईसीयू में भर्ती होने की संभावना कम है. उन्होंने कहा, " लोगों के अस्पताल में भर्ती होने और आईसीयू में भर्ती होने की संभावना कम है. इस बार हल्का संक्रमण, बुखार सर्दी, खांसी और शरीर में दर्द होगा, ठीक होने की संभावना 3-4 दिनों के भीतर है, आमतौर पर इस मौसम में वायरल बुखार की सूचना दी जाती है इसकी वजह कोविड भी होता है. "
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ली बैठक
बता दें इस बीच मंगलवार (18 अक्टूबर) को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने देश के कुछ हिस्सों से सार्स-कोव-2 वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के नए उप-स्वरूप के मामले सामने आने के बीच कोविड-19 संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की. स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बैठक में कहा गया कि मास्क पहनना और कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन जारी रहना चाहिए.