भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) का एक लड़ाकू विमान गुरुवार रात राजस्थान के बाड़मेर जिले के बायतू इलाके में क्रैश हो गया. इस दुर्घटना में दो पायलटों की मौत हो गई. एयरफोर्स ने बताया कि ये फाइटर जेट MIG-21 (Mig Fighter Jet)था. ये पहली ऐसी घटना नहीं है, जब ये फाइटर जेट क्रैश हुआ हो. साल 2021 में ही इस विमान से 5 हादसे हुए थे. इसके बाद भी इसे भारतीय वायुसेना से बाहर नहीं किया जा रहा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिग-21 से अब तक 400 से ज्यादा हादसे हो चुके हैं, जिसमें 200 से ज्यादा पायलटों की जान चली गई.
हमारी सहयोगी वेबसाइट डीएनए के मुताबिक, भारतीय वायुसेना के बेड़े में ये विमान 1960 के दशक की शुरुआत में शामिल हुए थे. इस विमान को मिकोयान गुरेविच भी कहते हैं. इस विमान का निर्माण रूस की मिकोयान कंपनी करती थी, जो पहले सोवियत यूनियन में आता था. यानी ये विमान सोवियत काल के उन्नत लड़ाकू विमानों में से एक है. 1971 के युद्ध में MIG-21 ने पूर्वी और पश्चिमी मोर्चों पर जमकर कहर बरपाया था. इसने पाकिस्तान वायुसेना के 13 फाइटर प्लेन को मार गिराया था. इसके अलावा बालाकोट एयरस्ट्राइक के दौरान भी पाकिस्तान के आधुनिक F-16 लड़ाकू विमान को भी मिग-21 ने खदेड़ा था. इसे विंग कमांडर अभिनंदन उड़ा रहे थे.
मिग-21 फाइटर जेट भले ही भारतीय वायुसेना की सबसे बड़ी ताकत थे, लेकिन अब ये न तो जंग के लिए और न ही उड़ान के लिए फिट हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि साल 2021 में ही इस विमान से 5 हादसे हुए थे. अब तक 200 से ज्यादा पायलटों की जान इस विमान की वजह से गई है. इस वजह से वायुसेना के पायलटों से लेकर डिफेंस एक्सपर्ट्स तक के बीच इसे 'हवाई ताबूत' भी कहा जाता है.
5 जनवरी, 2021 को राजस्थान के सूरतगढ़ में एक मिग-21 विमान क्रैश हुआ, लेकिन इस हादसे में पायलट की जान बच गई.
17 मार्च, 2021 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भी मिग-21 बायसन क्रैश हुआ.
20 मई, 2021 को पंजाब के मोगा में मिग-21 क्रैश होने से पायलट अभिनव चौधरी शहीद हो गए.
25 अगस्त 2021 को बाड़मेर में ही एक मिग-21 बायसन विमान गिरा था, लेकिन पायलट सुरक्षित बच गए थे.
24 दिसंबर 2021 को राजस्थान में ही क्रैश हुए मिग-21 बायसन विमान में विंग कमांडर हर्षित सिन्हा शहीद हो गए थे.