नई दिल्ली. अगर आप राशन कार्ड पर सरकार की 'मुफ्त राशन योजना' का लाभ ले रहे हैं और उत्तर प्रदेश में रहते हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत काम की है. साल 2020 में कोविड महामारी के दौरान यूपी की योकगी सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए फ्री राशन योजना को शुरू किया था. अब सरकार की तरफ से इसे बंद करने का फैसला लिया गया है. राज्य के सभी जिला पूर्ति अधिकरी ने इसके लिए एक प्रेस रिलीज जारी की है.
हालांकि, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मिलने वाला मुफ्त राशन सितंबर तक जारी रहेगा. पिछले दिनों कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि केंद्र सरकार इस योजना को 2024 में आने वाले लोकसभा चुनाव तक जारी रखेगी. हालांकि अभी इस दावे पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
यूपी में योगी सरकार की तरफ से मुफ्त राशन योजना बंद होने के बाद कार्ड धारकों को गेहूं के लिए 2 रुपये प्रति किलो और चावल के लिए 3 रुपये प्रति किलो की दर से भुगतान करना होगा. जुलाई महीने के राशन वितरण से यह बदलाव लागू किया गया है. यूपी में राशन वितरण दो महीने विलंब से चल रहा है. ऐसे में सितंबर से राशन लेने के बदले भुगतान करना होगा.
जून महीने के राशन के साथ नमक, साबुत चना व रिफाइंड सोयाबीन तेल मुफ्त में बांटा जाएगा. यह अभी तक वितरित नहीं हुआ है. बदलाव के तहत राशन का वितरण 25 अगस्त से 31 अगस्त के बीच किया जाएगा. आपको बता दें यूपी सरकार की तरफ से नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत आने वाले राशनकार्ड धारकों के लिए यह योजना शुरू की गई थी.
फिलहाल यूपी में राशन कार्डधारकों की संख्या 3.59 करोड़ है. इसमें गृहस्थ राशन कार्ड धारक 3.18 करोड़ और अंत्योदय कार्ड धारक 40.92 लाख हैं. दोनों तरह के राशनकार्ड पर कुल आश्रित 14.94 करोड़ हैं. सरकार की तरफ से इस योजना को बंद करने पर 15 करोड़ लोगों पर असर पड़ेगा.
अभी तक पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को 3 किलो चावल और 2 किलो गेहूं दिया जाता है. वहीं, अंत्योदय कार्ड धारकों को 14 किलो गेहूं और 21 किलो चावल दिया जाता है. इस राशन को सरकार कोविड से अब तक मुफ्त दे रही थी. लेकिन अब गेहूं के लिए 2 रुपये प्रति किलो और चावल के लिए 3 रुपये प्रति किलो का भुगतान करना होगा.