इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) अब कैटरिंग सेवा पर लगने वाले 50 रुपये अतिरिक्त शुल्क की वसूली नहीं कर पाएगा. इस संबंध में भारतीय रेलवे बोर्ड ने आइआरसीटीसी को आदेश जारी कर दिया है. वंदे भारत, दुरंतो, राजधानी और शताब्दी जैसी ट्रेनों में कैटरिंग सेवा का विकल्प नहीं चुनने वालों से चाय पर 50 रुपये अतिरिक्त वसूले जाते थे. रेलवे बोर्ड के इस कदम से इन ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी.
अब आइआरसीटीसी(IRCTC) प्रीमियम ट्रेनों में लगने वाले सर्विस चार्ज को नहीं वसूल पाएगा. रेलवे ने इस संबंध में सर्कुलर भी जारी कर दिया है. आपको बता दें कि इस नियम के लागू होने के पहले तक आईआरसीटीसी खाने-पीने के ऑर्डर पर 50 रुपये का सर्विस चार्ज लेता था. ये सर्विस चार्ज उन यात्रियों से वसूला जाता है. जो टिकट बुकिंग करते समय खाने के ऑप्शन पर टिक नहीं करते थे.
एक तरफ रेलवे ने चाय और पानी पर लगने वाले सर्विस चार्ज को खत्म कर दिया तो आइआरसीटीसी(IRCTC) ने ट्रेन में मिलने वाले खाने की कीमत बढ़ा दी है. यात्रियों को अब नाश्ता और खाने पर 50 रुपया ज्यादा देने पड़ेंगे.
कुछ दिनों पहले ही एक बिल काफी वायरल हुआ था, जिस बिल में चाय 20 रूपये की थी और उस पर 50 रूपये का सर्विस चार्ज वसूला गया था. इस बिल को लेकर आइआरसीटीसी(IRCTC) की काफी आलोचना हुई थी. जुलाई 2022 में ही सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने होटल और रेस्टोरेंट में लगने वाले सेवा शुल्क पर रोक लगा दी थी.