प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में गांधीनगर से लोकमान्य तिलक टर्मिनल मुंबई के लिए बहुप्रतीक्षित तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रेन में यात्रियों के साथ अहमदाबाद तक सफर भी किया। पहले सफर में रेलवे कर्मचारियों के परिवार, महिला उद्यमी और युवा शामिल थे। प्रधानमंत्री ने इनके साथ अलग-अलग जगहों पर बैठकर उनके कामकाज समेत तमाम विषयों पर बातचीत भी की। पीएम ने महिला यात्रियों के साथ बैठे हुए चार तस्वीरों को ट्वीटर पर भी पोस्ट किया है।
तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस नेक्स्ट जनरेशन वाली ट्रेन है। इसमें स्वचालित वातानुकूलन (ऑटो एयर कंडीशनिंग) की सुविधा भी दी गई है, जो मौसम के अनुसार कोचों को कम या ज्यादा ठंडा करेगी। ऐसी सुविधाएं सामान्य तौर पर कारों में मिल रहे हैं।
16 कोचों वाली इस ट्रेन में 1128 यात्रियों के बैठने की जगह है। जीपीएस आधारित पैसेंजर इन्फॉरशन सुविधाएं भी इसमें दी गई हैं। स्वचालित दरवाजे लगाए गए हैं। यह ट्रेन 52 सेकंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ लेती है ,जबकि बुलेट ट्रेन 58 सेकंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ती है।
पूरी तरह से स्वदेशी उपकरणों पर निर्मित की गई नेक्स्ट जनरेशन वंदे भारत एक्सप्रेस को भारत की स्वदेशी बुलेट ट्रेन के तौर पर भी प्रसारित किया जा सकता है। 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से इस ट्रेन का ट्रायल हो चुका है। अगले वर्षभर में 75 वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनें देश के अलग-अलग रेलमार्गों पर चलनी शुरू हो जाएंगी। यह सभी ट्रेनें इसी श्रेणी की होंगी। इसके बाद नई पीढ़ी की वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों का निर्माण होगा, जो सुरक्षा और सुविधाओं के मामले में बारतीय रेलवे की छवि को पूरी तरह से बदल देंगी।