कोरोना महामारी ने एक बार फिर दुनिया में डर का माहौल पैदा कर दिया है. दुनिया के तमाम देशों में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है. चीन, जापान समेत कई देशों में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में भारत का स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर काम कर रहा है. पूरे विश्व में कोरोनावायरस के पिछले एक हफ्ते में 37 लाख 55 हज़ार 386 कुल मामले सामने आए है. इस एक सप्ताह में कुल 9 हज़ार 905 मौतें हो गई हैं.
सरकार कर रही मंथन?
इस बीच सरकार द्वारा यह मंथन किया जा रहा है कि क्या डॉक्टरों और हेल्थ केयर वर्कर्स को कोविड वैक्सीन की एक और बूस्टर डोज देनी चाहिए या नहीं. हालांकि इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है. पद्मश्री डॉ मोहसिन वली के मुताबिक सरकार को पहली बूस्टर डोज लगाने पर जोर देना चाहिए. क्योंकि अभी आधे से भी कम भारतीयों को बूस्टर डोज लगी है.
भारत में 2582 एक्टिव मरीज
भारत में मंगलवार को कोरोना के 134 नए मरीज दर्ज हुए. इस वक्त पूरे भारत में 2582 एक्टिव मरीज हैं. इस लिहाज से भारत में स्थिति कंट्रोल में है लेकिन शुक्रवार को गुजरात में कोरोना का नया वेरिएंट XBB.1.15 सामने आने के बाद से सरकार कोई खतरा मोल लेने के मूड में नहीं है. हालांकि भारत में इस वेरिएंट से नुकसान होने का अंदेशा कम ही है. डेल्टा जैसे खतरनाक वेरिएंट से दूसरी लहर में निपट चुके भारत के लोगों में नेचुरल इम्युनिटी हथियार का काम कर रही है.
बूस्टर डोज के लिए भीड़ बढ़ी
सोमवार को भारत में 34 हज़ार 857 लोगों ने बूस्टर डोज लगवाई है. उम्मीद की जा रही है कि नेजल वैक्सीन का विकल्प मिलते ही ये तादाद तेजी से बढ़ेगी.