कर्नाटक. कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग ने बेंगलुरु में ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट बीए 2 के दो मामलों का पता लगाने के बाद राज्य में उभरती स्थिति से निपटने के उपाय तेज कर दिए हैं. राज्य में विशेष रूप से बेंगलुरु में टेस्टों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है.
अधिकारी चिंतित हैं कि बेंगलुरु के महादेवपुरा और पूर्वी क्षेत्रों से अधिक संख्या में कोविड के मामले सामने आ रहे हैं, जहां अधिकांश प्रमुख आईटी कंपनियां काम पर लाखों सॉफ्टवेयर पेशेवरों के साथ स्थित हैं. श्री जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवैस्कुलर साइंसेज एंड रिसर्च, बेंगलुरु के निदेशक सी.एन मंजूनाथ ने शनिवार को कहा कि राज्य में कोविड के बीए 2.10 और बीए 2.12 वेरिएंट पाए गए हैं.
बीए 2 वेरिएंट पहले नई दिल्ली और मुंबई में मिले थे. मंजूनाथ को लगता है कि कर्नाटक में तीन से चार सप्ताह में चौथी कोविड लहर शुरू होने की संभावना है. मंजूनाथ ने कहा, 'हालांकि, अगर चौथी लहर राज्य में आती है, तो अस्पतालों में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या पहले की तुलना में कम होगी, हालांकि संक्रमण तेजी से फैलेगा.'
उन्होंने चेतावनी दी, 'राज्य में अब कोई प्रतिबंध नहीं है और सभी गतिविधियां पूर्व-कोविड अवधि की तरह ही फिर से शुरू हो गई हैं. इसके परिणामस्वरूप अगले दो सप्ताह में कोविड के मामलों में वृद्धि होगी. लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.' मंजूनाथ ने कहा कि दूसरी बीमारी से पीड़ित लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, जबकि मास्क पहनना फिर से अनिवार्य कर दिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि लोगों को बुखार, खांसी और सर्दी के लक्षणों की उपेक्षा ना करने और जल्द से जल्द जांच कराने की भी सलाह दी. इससे पहले, कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने कहा था कि कुछ अध्ययनों से पता चला है कि कोविड-19 की चौथी लहर जून-जुलाई में शुरू हो सकती है और सितंबर तक चल सकती है और राज्य इसका सामना करने के लिए तैयार है.