देश और दुनिया में कम होते कोरोना वायरस के मामलों के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने कहा है कि हवाई यात्रा के दौरान अब मास्क लगाना अनिवार्य नहीं होगा, लेकिन यात्रियों को इसका इस्तेमाल बंद नहीं करना चाहिए.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा, कोविड-19 से उत्पन्न खतरे को देखते हुए सभी यात्रियों को प्राथमिकता के तौर पर मास्क/फेस कवर का उपयोग करना चाहिए. उड़ान घोषणाओं के हिस्से के रूप में जुर्माना/दंडात्मक कार्रवाई के किसी भी विशिष्ट संदर्भ की घोषणा करने की आवश्यकता नहीं है.
अब तक मास्क का उपयोग अनिवार्य था
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि हवाई यात्रा के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य नहीं है, लेकिन कोरोना वायरस मामलों की घटती संख्या के बावजूद उन्हें मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए. अब तक, उड़ानों में यात्रा करते समय मास्क का उपयोग अनिवार्य था. एयरलाइन को जारी एक संचार में मंत्रालय ने कहा कि यह निर्णय सरकार की कोविड-19 प्रबंधन प्रतिक्रिया के लिए एक श्रेणीबद्ध दृष्टिकोण की नीति के अनुरूप लिया गया है.
इसमें कहा गया है, अब से इन उड़ानों में केवल यह उल्लेख किया जा सकता है कि कोविड-19 महामारी के खतरे के मद्देनजर सभी यात्रियों को मास्क/फेस कवर पहनने को प्राथमिकता देनी चाहिए. अद्यतन आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 7,561 रह गई है, जो कुल मामलों का 0.02 प्रतिशत है. वहीं, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.79 प्रतिशत है. देश में अभी तक कुल 4,41,28,580 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है.