भारत अब 1962 वाला देश नहीं रहा है, जो फिर से चीन (China) की धोखेबाजी का शिकार हो जाए. अब वह चीन को सैन्य क्षमताओं से लेकर हर क्षेत्र में जोरदार टक्कर दे रहा है. जिससे चीन अंदर ही अंदर परेशान तो रहता है लेकिन कुछ कर नहीं पाता. अब भारतीय सेना (Indian Army) ने लद्दाख में एक बार फिर कुछ ऐसा कर दिया है कि चीन का बौखला जाना तय है.
'हम असंभव को संभव बनाते हैं'
भारतीय सेना ने अपने लबालब आत्मविश्वास को दिखाते हुए पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में क्रिकेट खेल रहे सैनिकों की तस्वीरें शेयर की है. लद्दाख क्षेत्र की सुरक्षा में तैनात 14वीं कोर, जिसे फायर एंड फ्यूरी कोर (Fire and Fury Corps) भी कहा जाता है, उसने इन तस्वीरों को अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है. अपनी इस पोस्ट में 14वीं कोर ने लिखा, 'पटियाला ब्रिगेड, त्रिशूल डिवीजन ने शून्य से नीचे तापमान में अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में पूरे उत्साह और जोश के साथ क्रिकेट मैच का आयोजन किया. हम असंभव को संभव बनाते हैं.'
गलवान में क्रिकेट खेल दिया संदेश
लद्दाख क्षेत्र में यह मैच किस स्थान पर खेला गया, सेना (Indian Army) ने इसे लेकर कोई खुलासा नहीं किया है. लेकिन एक्सपर्टों का मानना है कि वे तस्वीरें गलवान एरिया की हैं. जून 2020 में चीनी सेना ने गलवान एरिया के पेट्रोल पॉइंट पोस्ट-14 पर हमला कर दिया था. दोनों ओर से रातभर चली भिडंत में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे, जबकि चीन के करीब 40-45 सैनिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. हालांकि शर्म की वजह से चीन ने केवल 5 सैनिकों की मौत ही कबूली.
चीन को सबक सिखाने की तैयारी
डिफेंस एक्सपर्टों के मुताबिक 14वीं कोर (Indian Army 14th Corps) ने शुक्रवार को जिस स्थान पर क्रिकेट मैच खेला, वह गलवान घाटी में पेट्रोल पॉइंट 14 से 4 किमी दूर है. इस मैच की तस्वीरें जारी करके भारतीय सेना ने चीन (China) को करारा संदेश दिया है कि वह इस इलाके के मौसम की अभ्यस्त है और अगर ड्रैगन ने फिर से सरहद पर कोई गड़बड़ करने की कोशिश की तो उसे ढंग से सबक सिखा दिया जाएगा.
सैनिकों और भारी हथियारों का जमावड़ा
बताते चलें कि कई दौर की सैन्य बातचीत के बाद दोनों देशों की सेनाओं ने पेट्रोल पॉइंट-14 पर आपसी टकराव से बचने के लिए अपनी-अपनी पोजिशन से डेढ़-डेढ़ किमी पीछे हटने का फैसला किया था. इसके बाद वह पेट्रोलिंग एरिया बफर जोन में तब्दील हो गया. हालांकि चीनी सेना (China) इस पेट्रोलिंग पॉइंट से 1.5 किमी पर बैठी हुई है. जिसे देखते हुए भारत (Indian Army) ने भी बफर जोन के आसपास कई कैंप बनाकर सैनिकों और भारी हथियारों का जमावड़ा किया हुआ है. साथ ही सर्विलांस उपकरणों की मदद से भी चीनी गतिविधियों पर लगातार निगाह रखी जा रही है.