नई दिल्ली : भविष्य की रणनीति का खाका तैयार करने के लिए नव संकल्प चिंतन शिविर से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) ने एक बार पार्टी नेताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया है। उन्होंने साफ कहा है कि पार्टी का कर्ज उतारने का समय आ गया है। ऐसे में हम सबको निस्वार्थ भाव और अनुशासन के साथ काम करना होगा, क्योंकि पार्टी को नए सिरे से मजबूत करने के लिए कोई जादू की छड़ी नहीं है।
सोनिया ने उदयपुर में होने वाले चिंतन शिविर में पेश की जाने वाली विभिन्न विषयों पर कार्ययोजना को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह शिविर सिर्फ रस्म अदायगी भर नहीं होना चाहिए। इसमें पार्टी का पुनगर्ठन नजर आना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि चिंतन शिविर के बाद पुर्नगठित संगठन की शुरुआत करनी चाहिए।