लोकप्रिय यूपीएससी कोचिंग संस्थान दृष्टि आईएएस (Drishti IAS) के संस्थापक और मालिक, विकास दिव्यकीर्ति को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. इस कथित वीडियो में वह भगवान राम और देवी सीता को लेकर कुछ बात कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर बड़ी बहस छिड़ गई है. जो लोग इस वीडियो की आलोचना कर रहे हैं उनका आरोप है कि विकास दिव्यकीर्ति ने भगवान राम और देवी सीता का अपमान किया है. वहीं कई लोग दिव्यकीर्ति का समर्थन भी कर रहे है जिनका कहना है कि जानबूझकर कुछ सेकेंड्स का ही वीडियो शेयर किया जा रहा है और जो बात उन्होंने कही है वह ग्रंथ में लिखी हुई है.
इस वीडियो को राष्ट्रीय सेविका समिति की सदस्य साध्वी प्राची ने ट्विटर पर BanDrishtiIAS हैशटैग के साथ शेयर किया. प्राची ने जो वीडियो शेयर किया है वह सिर्फ 45 सेकेंड का है. इसमें दिव्यकीर्ति को रामायण के एक प्रसंग पर बात करते हुए सुना जा सकता है.
दिव्यकीर्ति के इस कथित बयान पर की सोशल मीडिया बर बड़े तबके द्वारा तीखी आलोचना की जा रही है. कुछ ने हिंदू भावनाओं को आहत करने के लिए कोचिंग संस्थान पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की है. वीडियो वायरल होने के बाद शुक्रवार सुबह से ही ट्विटर पर #BanDrishtiIAS ट्रेंड कर रहा है.
हालाँकि, कुछ छात्र दिव्याकृति के समर्थन में आए हैं और एक ट्रेंड #ISupportDrishtiIAS शुरू किया है. एक ट्विटर यूजर ने बयान का पूरा वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि, "अगर आप #BanDrishtiIAS चाहते हैं, तो साबित करें कि विकास दिव्या कीर्ति का बयान गलत है."
इस मुद्दे पर दिव्यकीर्ति का समर्थन करने वाले कुछ लोगों ने यह भी दावा किया कि जो कुछ भी वह वीडियो में कहते हुए नजर आ रहे हैं दरअसल वह प्राचीन ग्रंथ का ही कथन है.
बता दें विकास दिव्यकीर्ति अपने पढ़ाने के तरीके को लेकर खासे पापुलर रहे हैं. सोशल मीडिया पर उनके वीडियो अक्सर वायरल होते हैं. वह विभिन्न विषयों पर लेक्चर देते हैं जिन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाखों दर्शक देखते हैं.