शादी ब्याह के खर्चो को देख कर कई लोगों का मन करता है कि शादी में फालतू के मेहमानों को बुलाए ही ना। वैसे भी आजकल पर प्लेट खाने के रेट बहुत बढ़ गए हैं। कम मेहमान हो तो लाखों रुपए बच जाते हैं। लेकिन आप चाहकर भी इन मेहमानों को मना नहीं कर सकते हैं। समाज, दोस्ती और रोशतेदारी में आपको शादी का कार्ड भेजना ही पड़ता है। लेकिन क्या होगा जब सामने वाला आपको शादी का कार्ड भी भेजे और ये हिंट भी दे कि शादी में मत आना? ऐसा ही एक मजेदार शादी का कार्ड इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
शादी के कार्ड में आपने देखा होगा कि लोग दिलचस्प लानें या शायरी लिखवाते हैं। जैसे ‘मेरे चाचू या फिर बुआ की शादी में जलूल-जलूल आना’ या फिर ‘हल्दी है, चंदन है, रिश्तों का बंधन है’ जैसी लाइनें शादी के कार्ड में अक्सर देखने को मिल जाती है। लेकिन एक शादी के कार्ड में ऐसा लिखवाने के चक्कर में अर्थ का अनर्थ हो गया। इसे पढ़कर मेहमान टेंशन में आ गए कि भाई शादी में जाना है या नहीं? अब ये शादी का कार्ड असली है या फोटोशॉप का नतीजा, इसकी पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन इसे पढ़कर मजा जरूर आ रहा है।
पढ़कर टेंशन में आ गए मेहमान
हुआ ये कि कार्ड छपवाने वाला बंदा लिखवाना चाहता था “भेज रहा हूं स्नेह निमंत्रण, प्रियवर तुम्हें बुलाने को, हे मानस के राजहंस, तुम भूल ना जाना आने को।” लेकिन कार्ड छपने वाले ने गलती से छाप दिया “भेज रहा हूं स्नेह निमंत्रण, प्रियवर तुम्हें बुलाने को, हे मानस के राजहंस, तुम भूल जाना आने को।” मतलब उसने ना शब्द नहीं लिखा और अब मेहमानों को लग रहा है कि हमे शादी में आने को भूलने के लिए कहा जा रहा है।