पठान भले ही बॉक्स ऑफिस पर रोज रिकॉर्ड तोड़ती लग रही हो, परंतु धीरे-धीरे ऐसा लगने लगा है कि फिल्म जिस उद्देश से बनाई गई, उससे भटक रही है. फिल्म का मूल काम शाहरुख खान के स्टारडम को नए सिरे से स्थापित करना था. शुरुआती शोर-शराबे में भले ही शाहरुख का जलवा दिखा, मगर अब ऐसा लग रहा है कि जॉन अब्राहम रेस में बाजी मारते जा रहे हैं. जैसे-जैसे पठान का उफान ठंडा पड़ रहा है और लोग जुनून से हटकर बात कर रहे हैं तो शाहरुख से ज्यादा फिल्म के खलनायक जिम यानी जॉन अब्राहम का असर ज्यादा तेज दिख रहा है. उल्लेखनीय है कि दर्शकों और समीक्षकों ने एक स्वर में स्वीकार किया है कि पठान में अगर कोई किरदार सबसे ज्यादा असर छोड़ता है, तो वह खलनायक बने जॉन.
आदित्य को जॉन का मैसेज
दर्शकों का यह प्यार की जॉन की ताकत बन रहा है और वह भी अब खुल कर अपनी बात कर रहे हैं. हाल में उन्होंने कहा कि आप जिम की उस तकलीफ और दर्द की कल्पना करके देखिए, जिसने उसे एक बदला हुआ इंसान बना दिया. मेरे लिए जिम एक शक्तिशाली किरदार है और हां, यह बहुत ही अच्छी बात होगी कि निर्माता आदित्य चोपड़ा उसे वापस पर्दे पर लाएं और दुनिया को बताएं कि कैसे यह शानदार सुपर-स्पाई एक क्रूर देशद्रोही बन गया. वास्तव में धीरे-धीरे यह बात अब तेजी से सामने आने लगी है कि यशराज फिल्म्स को शाहरुख खान को लेकर पठान का सीक्वल बनाने के बजाय, जॉन अब्राहम के साथ पठान में दिखाई जिम की कहानी का प्रीक्वल बनाना चाहिए.
कैसी थी जिम की पास्ट लाइफ
पठान का गुबार बैठने के साथ साफ हो रहा है कि लोगों में पठान की आगे की कहानी देखने से ज्यादा दिलचस्पी यह जानने में है कि जिम कौन था और उसका पिछला जीवन कैसा था. उल्लेखनीय है कि पठान के निर्देशक सिद्धार्थ आनंद भी कह चुके हैं कि पठान का प्रीक्वल बनाया जा सकता है क्योंकि जिम की कहानी मजबूत है. फिल्मों के जानकार भी मानते हैं कि शाहरुख की लोकप्रियता को जितना भुनाया जा सकता था, वह पठान में भुना लिया गया है. अब यशराज के स्पाई युनिवर्स में उनकी जगह मल्टीस्टारर फिल्म में हो सकती है. जबकि दर्शकों में जिम बने जॉन की स्वतंत्र कहानी देखने की इच्छा बाकी है. यानी अब पठान के बजाय जिम को हीरो बनाना यशराज फिल्म्स के लिए फायदे का सौदा है.