अपने मैजिक से लोगों को हमेशा हैरान कर देने वाले मशहूर जादूगर ओपी शर्मा (OP Sharma) का शनिवार रात निधन हो गया. शर्मा यूपी के कानपुर (Kanpur) शहर के बर्रा (Barra) स्थित भूत बंगला में रह रहे थे. उनके शो के टिकट हाथोंहाथ बिक जाते थे. उनकी लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए उन्हें समाजवाजी पार्टी ने विधानसभा चुनाव का टिकट भी दिया था. अपने फैंस के अलावा ओपी शर्मा परिवार में तीन बेटों प्रेमप्रकाश शर्मा, सत्य प्रकाश शर्मा और पंकज प्रकाश शर्मा के अलावा बेटी रेनू और पत्नी मीनाक्षी शर्मा को छोड़ गए हैं.
नहीं रहा तिलिस्म का सिरमौर
ओपी शर्मा के निधन के साथ ही भारत में 'जादूगरी' के एक अध्याय के सफर का हमेशा के लिए अंत हो गया. दिल के साफ और बेहद मिलनसार जादूगर ओपी शर्मा दो साल पहले जब कोरोना महामारी चरम पर थी तब उसकी चपेट में आए थे. दहशत के उस दौर में ओपी शर्मा अस्पताल में कोविड-19 के जानलेवा वायरस को हरा कर जिंदगी की जंग जीतने के बाद घर लौट आए थे. लेकिन इस बार होनी को कुछ और ही मंजूर था और उनके निधन की खबर सामने आ गई.
डिप्टी सीएम ने जताया शोक
भले ही उन्होंने कानपुर की गोविंद नगर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा हो पर उनके चाहने वाले लगभग हर राजनीतिक दल में थे. बच्चों से लेकर बड़ों तक ओपी शर्मा के जादू का क्रेज सभी के सर पर चढ़कर बोलता था.
यही वजह रही कि उनके निधन का यह दुखद समाचार मिलते ही यूपी के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी शोक जताते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
'अभी न जाओ छोड़ कर, दिल अभी भरा नहीं'
वो हमेशा कहते हैं कि जिसे आप जादू समझते हैं वो कोई जादू नहीं बल्कि विज्ञान का ही एक चमत्कार है. उन्होंने अपने अंतिम शो में कहा था कि हर शो हाउसफुल के बाद भी यदि जादुई दुनिया को विराम देना पड़ रहा है, तो इसके पीछे आगे के कार्यक्रम हैं. ये कार्यक्रम पहले से तय हो जाते हैं. यहीं कारण है कि चाहकर भी कार्यक्रम आगे नहीं बढ़ा पाता. अपने आखिरी शो में उन्होंने कहा था कि जिसकी शुरुआत होती है, उसका अंत भी होता है. ये प्रकृति का नियम है. मैं रहूं या न रहूं जादू चलता रहेगा. शो के बीचोंबीच ये पता चलने पर कि 'जादूगर' का शो अंतिम पड़ाव पर है तो दर्शकदीर्घा में बैठे कुछ लोग भावुक हो गए थे. उसी दौरान एक महिला ने लगभग रोते हुए ये कहकर माहौल गमगीन कर दिया कि 'अभी न जाओ छोड़ कर, दिल अभी भरा नहीं'.