देश में इन दिनों इस बात पर चर्चा जोरों पर है कि राम चरण और जूनियर एनटीआर स्टारर राजामौली की मैग्नम ओपस फिल्म आरआरआर इस बार भारत की तरफ से ऑस्कर अवॉर्ड में ऑफिशियल एंट्री होगी। तो वहीं विवेक अग्निहोत्री निर्देशित द कश्मीर फाइल्स और आर माधवन की रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट भी ऑस्कर की दौड़ में शामिल हैं। इस लिस्ट में अब एक नया नाम जुड़ गया है। संजय लीला भंसाली की आलिया भट्ट अभिनीत गंगूबाई काठियावाड़ी का। बता दें कि संजय लीला भंसाली की साल 2002 में रिलीज हुई फिल्म 'देवदास' भी ऑस्कर समारोह में पहुंची थी।
आलिया भट्ट की गंगूबाई काठियावाड़ी को बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में दर्शकों ने काफी सराहा था, यहां तक की फिल्म को स्टैंडिंग ओवेशन भी मिल चुका है। रिलीज से पहले ही विवादों में घिरी इस फिल्म ने विदेशों में काफी अच्छी कमाई की थी। बॉक्स ऑफिस पर इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म ने विदेशी बॉक्स ऑफिस पर करीब 7.50 मिलियन डॉलर का बिजनेस किया था। हुसैन जैदी की किताब 'माफिया क्वीन्स ऑफ मुंबई' पर आधारित यह फिल्म गंगूबाई की रियल लाइफ पर बेस्ड है। फिल्म में बताया गया है कि कैसे प्रेमी के धोखे का शिकार हुई एक लड़की मुंबई की रेड लाइट एरिया पहुंचती है और फिर राजनीति में अपना मुकाम बनाती है।
गंगूबाई काठियावाड़ी का मुकाबला राजामौली की फिल्म आरआरआर से है। इसी साल 25 अगस्त को दुनिया भर में रिलीज हुए आरआरआर 16 दिनों के अंदर ही 1,000 करोड़ के क्लब में शामिल हो गई थी। यह अब तक की तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म है। राजामौली ने राम चरण और जूनियर एनटीआर-स्टारर आरआरआर नेटफ्लिक्स पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली भारतीय फिल्म है। इसे कुल 15 अन्य भाषाओं में सबटाइटल के साथ 47 मिलियन घंटे से अधिक देखा गया है। हालांकि अभी भी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है कि कौन सी फिल्म इस साल भारत की तरफ से इस समारोह के लिए जाएगी। लेकिन सोशल मीडिया पर इसे लेकर घमासान शुरू हो चुका है।