बिहार में शराब माफियाओं के खिलाफ उत्पाद विभाग को बड़ी कामयाबी मिली है. बक्सर पुलिस ने दो कारों को शराब की खेप के साथ पकड़ा है. पुलिस को यह सफलता सटीक सूचना और लगातार रेकी करने के बाद मिली है.
बरामद शराब का बाजार मूल्य तकरीबन दो लाख रुपये है हालांकि, दोनों कारों के साथ कोई तस्कर गिरफ्तार नहीं हुआ है. जिसके बाद अब पुलिस अब कार मालिक के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही है.
उत्पाद अधीक्षक देवेंद्र प्रसाद ने बताया कि शराब तस्करों की सक्रियता के बारे में काफी दिनों से सूचना मिल रही थी. तस्करों के द्वारा उत्तर प्रदेश से शराब की खेप राज्य में भेजी जा रही है. सूचना मिलने के बाद उत्पाद निरीक्षक दिलीप कुमार पाठक के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई. टीम ने तस्करों की रेकी करनी शुरू की जिसके बाद यह सफलता हाथ लगी.
उत्पाद निरीक्षक का कहना है कि शराब की यह खेप बरामद करना आसान नहीं था. इसके लिए उन्होंने कुछ ऐसे लोगों से संपर्क किया जो पूर्व में शराब पीने के आरोप में जेल गए हुए हैं. पुलिस ने उनकी निशानदेही पर जब जांच शुरू की तो सोमवार की रात पड़री मोड़ के समीप एक बोलेरो कार खड़ी दिखाई दी. पुलिस ने आसपास देखा तो वहां कोई नहीं था. काफी देर तक इंतजार करने के बाद जब कोई नहीं आया तो पुलिस ने वाहन की जांच शुरु की.
पुलिस ने जांच की शुरुआत गाड़ी के निचले हिस्से से की. पायदान के पास का कवर हटाने पर उसके अंदर शराब की बोतलें नजर आई. जिसके बाद वाहन को अपने कब्जे में लेकर उसे उत्पाद विभाग के कार्यालय लाया गया . जांच के दौरान पुलिस को न सिर्फ गाड़ी के दोनों पायदान बल्कि गाड़ी की टंकी के समीप और गाड़ी की छत में छिपाई शराब मिली. तस्करों का मैकेनिज्म देखकर पुलिस का दिमाग चकरा गया. इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में कृष्णा शर्मा, पप्पू पासवान, प्रदीप कुमार गुप्ता, निर्मल कुमार तथा विश्वामित्र कुमार शामिल थे.