बिहार में जदयू की राजनीति को लेकर लगातार चल रहे उठापटक के बीच राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने एक बड़ा बयान जारी किया है. उन्होंने जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को लेकर बयान दिया और कहा कि उपेंद्र कुशवाहा वर्तमान में पार्टी के किसी भी पद पर नहीं है. जबकि उपेंद्र कुशवाहा ने अभी तक पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं दिया है और ना ही उन्हें हटाए जाने की कोई घोषणा की गई है.
अब लल्लन सिंह के दावे के बाद उन्हें पार्टी से निकाले जाने की चर्चा जोरों पर है. इससे पहले सोमवार को नीतीश कुमार ने बांका में उपेंद्र कुशवाहा को लेकर कहा था कि भाजपा के कहने पर जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा बयानबाजी कर रहे हैं. जबकि उन्हें नेता हमने बनाया है. उनके लिए पार्टी ने सब कुछ किया है. इसके बाद भी वह कई बार पार्टी छोड़ कर गए हैं. तीसरी बार वह पार्टी में शामिल हुए हैं और पार्टी कमजोर होने का बयान दे रहे हैं. जोकि उन्हें शोभा नहीं देता.
उपेंद्र कुशवाहा ने ट्विटर पर पोस्ट किया पत्र
उपेंद्र कुशवाहा ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए एक पत्र लिखा है. उस पत्र को अपने ट्विटर हैंडल पर भी पोस्ट किया है. उसमें लिखा है कि नीतीश की राजद से खास डील और जदयू के राजद में विलय की कवायद से पार्टी का अस्तित्व खतरे में है. ऐसे में जदयू कार्यकर्ता पार्टी को बचाने के लिए पहल करें. उपेंद्र इसके लिए कार्यकर्ताओं को 19 और 20 फरवरी को पटना के सिन्हा पुस्तकालय परिसर में आमंत्रित किया है. जहां कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और इस विषय पर चर्चा करेंगे.
लल्लन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा के पत्र पर दी प्रतिक्रिया
राजीव रंजन सिंह ने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट किया और उपेंद्र कुशवाहा के पत्र को ट्वीट करते हुए लिखा है कि कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना. जदयू के समर्पित साथियों को भ्रमित करने का काम किया जा रहा है. राजद के साथ जदयू की ना कोई डील है और ना ही विलय की बात है. यह सब बातें एक मनगढ़ंत कहानी है. इस पर कोई भी कार्यकर्ता भ्रमित ना होे,