राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का ‘स्वागत’ करने वाली केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की टिप्पणी में क्या कोई संदेश छिपा है? दरअसल यह सवाल तब से उठने लगा है कि जब कांग्रेस की इस यात्रा ने बुधवार सुबह महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश में प्रवेश किया. बीजेपी नेता सिंधिया ने इस यात्रा के संदर्भ में कहा था, ‘‘मध्य प्रदेश में सभी का स्वागत है.’
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति ने को कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का ‘स्वागत’ करने वाली केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की टिप्पणी उनके ‘घर वापसी’ का संकेत हो सकती है. पार्टी के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को यह बात कही.
सिंधिया ने थाम लिया था बीजेपी का हाथ
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) के पूर्व सदस्य सिंधिया ने मार्च, 2020 में पार्टी का साथ छोड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामा था. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति (एचपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस के प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौड़ ने कहा, ‘यह घर वापसी का संकेत हो सकता है.’
‘जनता भाजपा सरकार से नाखुश’
राठौड़ ने इस बात पर जोर दिया कि हाल में हुए हिमाचाल प्रदेश विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतदान को बदलाव का संकेत है और जनता भाजपा सरकार से नाखुश है. उन्होंने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाएगी.
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस द्वारा राज्य में कीमतों में वृद्धि, महंगाई और कुशासन आदि का मुद्दा उठाए जाने के बाद पिछले साल विधानसभा की तीन और लोकसभा की एक सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को मिली हार के साथ ही उनकी हार की पटकथा लिख गई थी.
यह पूछे जाने पर हिमाचल प्रदेश में पार्टी के सत्ता में आने पर मुख्यमंत्री कौन होगा, उन्होंने कहा कि राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा यह फैसला पार्टी के विधायक और पार्टी आला कमान करेगी.
‘हमें अपने सदस्यों की वफादारी पर भरोसा’
वहीं विधायकों की खरीद-फरोख्त पर राठौड़ ने कहा, ‘ऐसा बिलकुल संभव है, लेकिन हमें अपने सदस्यों की वफादारी पर पूरा भरोसा है.’ उन्होंने पार्टी के नेताओं से अनुशासित रहने की अपील करते हुए कहा कि आगे तमाम चुनौतियां आने वाली हैं.