भारतीय जनता पार्टी के नेता सुनील जाखड़ और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी के बीच सोमवार को वाक्युद्ध छिड़ गया. दरअसल, जाखड़ ने अडाणी मुद्दे पर तिवारी द्वारा लिखे गए लेख को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए कांग्रेस को ‘विभाजित घर’ करार दिया. अडानी-हिंडनबर्ग विवाद के बीच जाखड़ ने तिवारी और कांग्रेस पर कटाक्ष किया और कहा कि एक और कारण बताओ नोटिस आसन्न है. दरअसल, कांग्रेस ने कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पटियाला से पार्टी सांसद परणीत कौर को कारण बताओ नोटिस जारी किया हुआ है.
आनंदपुर साहिब से सांसद तिवारी ने जाखड़ पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि वह कभी भी समग्र रूप से कुछ भी समझने की कोशिश नहीं करते हैं और इस तरह अपना वक्त बर्बाद करते हैं.”
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य जाखड़ ने कहा, “ कांग्रेस- एक विभाजित घर है. यह सरकार पर साठगांठ का आरोप लगाती है, जबकि पार्टी के पंजाब के सांसद एक लेख में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को भारत की बढ़ती रणनीतिक निपुणता को नुकसान पहुंचने की भू-राजनीतिक साज़िश के तौर पर बताया गया है. श्रीमती परणीत कौर के बाद एक और कारण बताओ नोटिस आसन्न है.”
कांग्रेस ने तीन फरवरी को परनीत कौर को निलंबित कर दिया था और उनसे यह भी बताने को कहा था कि उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी से निष्कासित क्यों नहीं किया जाना चाहिए.
जाखड़ के ट्वीट पर तिवारी ने कहा कि भाजपा नेता कभी भी समग्र रूप से कुछ भी समझने की कोशिश नहीं करते हैं और इस तरह अपना वक्त बर्बाद करते हैं और उन्होंने अपने लेख में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के लिए साफ तौर पर मामला बनाया है. इसपर जाखड़ ने कहा कि उनका निशाना कांग्रेस पर था.